-लक्ष्य के सापेक्ष मथुरा में हुआ 112 प्रतिशत रोगियों का चिन्हीकरण
तहलका जज्बा/ प्रदीप अग्रवाल
मथुरा। जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. संजीव यादव ने बताया कि मथुरा ने विगत वर्ष में क्षय रोग नियंत्रण में बड़ी सफलता हासिल की है। निजी चिकित्सकों के सहयोग से मथुरा ने लक्ष्य से अधिक क्षय रोगियों का चिन्हीकरण किया और पूरे प्रदेश में 112 प्रतिशत क्षय रोगियों को खोज कर अव्वल रहा। जिला क्षय रोग अधिकारी ने कहा कि यह उपलब्धि मथुरा के स्वास्थ्य विभाग और निजी क्षेत्र के चिकित्सकों के बीच मजबूत सहयोग का परिणाम है। केंद्र व उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा क्षय रोग उन्मूलन के लिए तत्परता दिखाई जा रही है। अब उनके सहयोग के लिए विभिन्न संस्थाएं भी आगे आ रही है। उसी कड़ी में जनपद मथुरा की आईएमए शाखा और डॉक्टर्स फॉर यू संस्था ने निजी चिकित्सकों को क्षय रोग की जागरूकता और टीबी नोटिफिकेशन, मैनेजमेंट के लिए एक सेमिनार का आयोजन किया गया।
सेमिनार में एसएन मेडिकल कॉलेज के टीबी एंड चेस्ट विभाग के अध्यक्ष और स्टेट टीबी टास्क फोर्स के चेयरमैन डॉ. गजेंद्र विक्रम सिंह ने क्षय रोग के निदान और उपचार पर व्याख्यान दिया। डॉ. सिंह ने निजी क्षेत्र के चिकित्सकों को संबोधित करते हुए कहा कि प्रत्येक चिकित्सक को यह प्रयास करना चाहिए कि हर चिन्हित नवीन क्षय रोगी का माइक्रोबायोलॉजिकल कन्फरमेशन अवश्य करें। इसके लिए सभी टीबी मरीज का नॉट परीक्षण अवश्य कराया जाना चाहिए। आईएमए अध्यक्ष डॉ. मनोज गुप्ता ने क्षय रोग नियंत्रण के लिए महत्वपूर्ण अपील की है। उन्होंने प्राइवेट चिकित्सकों से आग्रह किया है कि वे सभी दिशा निर्देशों का पालन करें और अधिक से अधिक क्षय रोगियों की पहचान कर उन्हें अधिसूचित करें। डॉ. गुप्ता ने आईएमए के पूर्ण सहयोग का आश्वासन भी दिया है। कार्यक्रम में डॉक्टर फार यू के डॉ. अंषुल खन्ना, डॉ. शुभम ओझा, सरोज, आजम खान, लाखन, आईएमए सचिव डॉ. योगेश, वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. एके वर्मन, डॉ. मोहित गुप्ता, डॉ. अवधेश अग्रवाल, डॉ. मीना सूद, डॉ. एसपी सिंह, डॉ. बीबी गर्ग, डॉ. आशीष गोपाल, डॉ. वर्षा तिवारी, डॉ. एस.बी अग्रवाल, डॉ. संजीव जैन,जिला क्षय रोग केन्द्र, मथुरा से शिव कुमार, अखिलेश दीक्षित ने प्रतिभाग किया।