– शहीद राजा नाहर सिंह की जयंती पर गणमान्य लोगों ने श्रद्धांजलि देकर किया नमन
तहलका जज्बा / दीपा राणा
फरीदाबाद। हरियाणा के पूर्व परिवहन मंत्री एवं बल्लभगढ़ के विधायक पंडित मूलचंद शर्मा ने कहा है कि बल्लभगढ़ के दशहरा मैदान स्थित राजा नाहर सिंह स्मारक को और सुंदर व भव्य बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस स्मारक के लिए चौधरी सत्यवीर डागर की जितनी तारीफ की जाए उतना कम है, जिन्होंने इस क्षेत्र के लोगों की भावनाओं को पहचाना और यहां पर 1857 की पहली क्रांति के अमर शहीद बल्लभगढ़ के राजा नाहर सिंह का भव्य स्मारक स्थापित किया। पंडित मूलचंद शर्मा आज बल्लभगढ़ के दशहरा मैदान स्थित राजा नाहर सिंह स्मारक पर नाहर सिंह मेमोरियल सोसायटी द्वारा आयोजित राजा नाहर सिंह जयंती समारोह में उपस्थित जन समूह को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर उन्होंने कहा कि इस तरह का स्मारक उन्होंने पूरे हरियाणा में कोई दूसरा नहीं देखा, इसके लिए उन्होंने चौधरी सत्यवीर डागर सहित नाहर सिंह मेमोरियल सोसायटी के सभी सदस्यों का आभार भी व्यक्त किया।
इस मौके पर हरियाणा की पूर्व शिक्षा मंत्री श्रीमती सीमा त्रिखा ने कहा कि राजा नाहर सिंह के बलिदान को न तो यह क्षेत्र और ना ही पूरा देश भूल सकता है। उन्होंने बताया कि सही मायने में राजा नाहर सिंह भारत के अंतिम शासक थे क्योंकि जब अंग्रेजी हुकूमत ने बहादुर शाह जफर को गिरफ्तार कर लिया था, उसके बाद दिल्ली में राजा नाहर सिंह का राजतिलक किया गया था और उसके बाद उनके नेतृत्व में स्वतंत्रता की पहली लड़ाई लड़ी गई थी। उन्होंने कहा कि आज जिस प्रकार से हम इस स्मारक के नीचे उनको याद कर रहे हैं, उसके लिए वह अपने भाई सत्यवीर डागर को बधाई देते है कि उन्होंने यह बीड़ा उठाया और समाज के सभी वर्गों को साथ लेकर इस क्षेत्र में ही नहीं बल्कि पूरे देश में पहला राजा नाहर सिंह स्मारक यहां पर स्थापित किया। उन्होंने कहा कि इस स्मारक को लेकर जो भी मांग नाहर सिंह मेमोरियल सोसायटी की तरफ से रखी गई है उनका यह प्रयास होगा कि प्रदेश सरकार से उन सभी बातों को पूरा कराया जाए।
इस मौके पर नाहर सिंह मेमोरियल सोसायटी के प्रधान चौधरी सत्यवीर डागर ने कहा कि राजा नाहर सिंह किसी बिरादरी विशेष नहीं बल्कि पूरे समाज को दिशा देने वाले स्वतंत्रता सेनानी है और यही कारण है कि आर्य व्रत की परंपरा का अनुसरण करते हुए उनकी जयंती के मौके पर वह सबसे पहले यहां यज्ञ का आयोजन करते हैं और उसके बाद ही उनको श्रद्धांजलि दी जाती है। उन्होंने इस स्मारक के लिए बल्लभगढ़ के विधायक पंडित मूलचंद शर्मा, सीमा तिखा, उत्तर प्रदेश के मंत्री लक्ष्मी नारायण, मथुरा की सांसद हेमा मालिनी, देश के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, गुजरात के राज्यपाल देवव्रत आचार्य के साथ-साथ उन सभी लोगों का आभार भी व्यक्त किया जिन्होंने दिन-रात देखकर इस स्मारक को इस रूप में स्थापित करने में उनका सहयोग दिया। उन्होंने कहा कि आज जहां सभी पालों के प्रमुखों की उपस्थिति इस बात का प्रमाण है कि यह स्मारक इस क्षेत्र के आपसी भाईचारे को बढ़ावा देने और समाज को एक सूत्र में पिरोने का काम कर रहा है। उन्होंने कहा की लगातार इस स्मारक को और सुंदर बनाने की कार्रवाई जारी है और आप सभी के सहयोग से इस स्मारक को हम देश का अनोखा स्मारक बनाने में सफल होंगे।
इस मौके पर राजा नाहर सिंह के जीवन से प्रेरणा लेते हुए जाट समाज फरीदाबाद ने यह घोषणा भी की यदि भविष्य में फरीदाबाद जिले से जो कोई वीर देश के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान उसके परिवार को जाट समाज फरीदाबाद की तरफ से एक लाख की आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जाएगी। इस मौके पर प्रमुख शिक्षाविद एवं समाजसेवी एचएस मलिक, निवर्तमान निगम पार्षद दीपक चौधरी, शिक्षाविद दीपक यादव, ओम प्रकाश यादव, प्रमुख समाजसेवी एवं व्यापार मंडल के प्रधान प्रेम खट्टर, नाहर सिंह मेमोरियल सोसायटी के नरवीर तेवतिया, मुकेश रावत, अवतार सारंग, कमल गोदारा, मास्टर मोहनलाल, गिरीश भारद्वाज सहित क्षेत्र की सरदारी उपस्थित थी। आयोजन के दौरान आशा ज्योति विद्यापीठ के छात्र.छात्राओं ने राजा नाहर सिंह को श्रद्धांजलि देते हुए देशभक्ति से गीत प्रस्तुत किया तथा राष्ट्रीय गान के साथ समारोह का समापन किया गया।