– पहले लड़कियां घर की चारदीवारी से बाहर नहीं जाती थी :सारा अब्दुल्ला
तहलका जज्बा / राकेश वर्मा
नूंह। गुरुवार को सिक्विन संस्था की ओर से आरके इंटरनेशनल स्कूल सलंबा के प्रांगण में युवा सम्मेलन और गर्ल्स फुटबॉल टूर्नामेंट का आयोजन किया गया. सिक्विन संस्था एक गैर सरकारी संस्था है, जो मेवात में लंबे समय से काम कर रही है. कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला की बेटी सिक्विन संस्था की संस्थापक और अध्यक्ष सारा अब्दुल्ला मौजूद रहीं। इस दौरान तकरीबन 20-25 लड़कियों की टीमों के बीच फुटबॉल टूर्नामेंट का आयोजन कराया गया, जिसमें नूंह व दिल्ली की टीम के बीच फाइनल मुकाबला खेला गया. टूर्नामेंट में दिल्ली की टीम विजेता रही।
इस दौरान आरके इंटरनेशनल स्कूल में बच्चों के मनोरंजन के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन हुआ। ये सभी लड़कियां पिछले काफी समय से सामाजिक संगठन सिक्विन के साथ जुड़ी हुई हैं। रूप ऑटोमोटिव कंपनी की मदद से ये कार्यक्रम आयोजित हुआ था। सोलह सालों से लड़कियों के उत्थान के लिए संस्था काम कर रही। पत्रकारों से बातचीत के दौरान जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला की बहन सारा अब्दुल्ला ने कहा कि उनकी संस्था पिछले करीब 16 सालों से मेवात, जम्मू-कश्मीर, दिल्ली, उड़ीसा इत्यादि राज्यों में लड़कियों के उत्थान और खेलों को बढ़ावा देने के लिए काम कर रही है। आने वाले समय में संस्था का दायरा और बढ़ाया जाएगा। हमारा मुख्य उद्देश्य महिला और लड़कियों के खिलाफ हिंसा को समाप्त करना. कुल मिलाकर सिक्विन संस्था के तहत लगभग 800 लड़कियां फुटबॉल टूर्नामेंट में भाग ले रही हैं।
“पहले लड़कियां घर की चारदीवारी से बाहर नहीं जाती थी”
उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम में हमारे सभी बच्चे और युवा मौजूद रहे. कुछ रोल मॉडल बच्चे भी रहे, जिन्होंने अपनी जिंदगी के बारे में अपनी सफलता और चुनौतियां को साझा किया। जब शुरुआत में हरियाणा के नूंह जिले में उन्होंने लड़कियों के लिए काम किया था, उस समय लड़कियां घर की चारदीवारी से बाहर नहीं जाती थी। आज काफी बदलाव आया है। आज वो चेहरे पर मुस्कान लेकर फुटबॉल टूर्नामेंट खेल रही हैं, जो काफी उत्साहित हैं।