हिंदुस्तान तहलका / दीपा राणा – सूरजकुंड / फरीदाबाद। सूरजकुंड में चल रहे 37 वें अंतरराष्ट्रीय शिल्प मेले में केन्द्र व प्रदेश सरकार की वोकल फॉर लोकल को बढावा देने की मुहीम सिरे चढ़ती नजर आ रही है। मेला ग्राऊंड में इस बार मिट्टी के बर्तनों की स्टालों की संख्या में अच्छी खासी बढ़ोत्तरी देखने को मिल रही है। मेले में आने वाले अधिकतर लोग मिट्टी के बर्तन जरूर खरीदकर ले जा रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कामगारों के रोजगार को बढावा देने के लिए वोकल फॉर लॉकल योजना शुरू की थी, जिसके बाद हाथ का काम करने वाले कारीगरों के रोजगार में बढोतरी हुई हैं। सरकार की यह मुहीम इस बार के सूरजकुंड मेले में सफलता की चढ़ती नजर आ रही है। फरीदाबाद व आस-पास के राज्यों से अनेक करीगर इस बार सूरजकुंड मेले में मिट्टी से तैयार बर्तनों की स्टाल लगाए हुए हैं।
शिल्प मेला में मिट्टी से तैयार यह बर्तन दर्शकों को भी लुभा रहे हैं। फरीदाबाद से आए गंगाराम और पुष्पा देवी सहित मेला ग्राऊंड में अनेकों कारीगरों ने हाथों से तैयार मिट्टी के बर्तनों की स्टाल लगाई हुई हैं। इन स्टालों पर 20 रुपए से लेकर 1250 रुपए की कीमत के मिट्टी के बर्तन खरीदे जा सकते हैं। मिट्टी से तैयार इन बर्तनों में कप, गिलास, बोतल, कुकर, कढ़ाई, तवा, केतली, लोटा, गुलक, जग, ट्रे सहित बच्चों के खिलौने भी शामिल हैं।