तहलका जज्बा / लोकेश गुप्ता
फरीदाबाद। आजादी के शहजादे संस्था ने वीरवार को महान स्वतंत्रता सेनानी सुभाष चन्द्र बोस की जयंती व रास बिहारी बोस की पुण्यतिथि सेक्टर-10 कार्यालय में मनाई। यह कार्यक्रम चेयरमैन वासुदेव अरोड़ा की अध्यक्षता व संस्थापक व राष्ट्रीय संयोजक हरीश चन्द्र आजाद के संयोजन में हुआ। राष्ट्रीय संयोजक हरीश चन्द्र आजाद ने बताया कि हमारी संस्था पिछले 15 वर्षों से शहीदों को नमन करते हुए उनकी चिताओं पर मेले लगा रही है। उन्होंने स्वतंत्रता सेनानी सुभाष चन्द्र बोस को नमन करते हुए कहा कि 1943 में ही सुभाष चन्द्र बोस ने स्वतंत्र भारत की सरकार गठित की थी, जिसके वह प्रधानमंत्री बने थे। उनके द्वारा दिया गया ‘जय हिन्द का नारा’ और ‘तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आज़ादी दूंगा’ जैसे नारों ने आजादी की मजबूत नींव रखी थी।
स्वतंत्रता सेनानी रास बिहारी बोस की पुण्यतिथि पर चेयरमैन वासुदेव अरोड़ा ने अपने विचार रखते हुए कहा कि रास बिहारी बोस भारत के एक क्रांतिकारी नेता थे। जिन्होंने ब्रिटिश राज के विरुद्ध भारत की आजादी के लिये गदर षड्यंत्र व आजाद हिन्द फौज के संगठन का कार्य किया। इस मौके पर चेयरमैन वासेदव अरोड़ा, संस्थापक हरीश चन्द्र आजाद, अरविन्द बावा, जगदीश वर्मा, रमेश मक्कड़, जुगल किशोर, बबली नेगी, संतोष नायक, चन्द्रमोहन, विनोद सहगल, किशन भाटिया, सुभाष बरमीव संदीप आदि ने नमन किया।