तहलका जज्बा / शिवांगी चौधरी
मथुरा। मानव संकल्प वेलफेयर सोसाइटी द्वारा दिव्यांग जनों के लिए आयोजित “संकल्प 2024” के तहत ‘बाधाओं को तोड़ो’ प्रतिभा खोज कार्यक्रम की घोषणा के लिए एक प्रेस वार्ता आयोजित की गई। इस अवसर पर सोसाइटी की अध्यक्ष और सुप्रीम कोर्ट की वरिष्ठ अधिवक्ता, एडवोकेट गीतांजलि शर्मा ने बताया कि यह कार्यक्रम 16 से 18 जनवरी 2025 तक बीएसए कॉलेज, मथुरा में आयोजित होगा। इस कार्यक्रम का उद्देश्य दिव्यांगजनों की असाधारण क्षमताओं को पहचानना, उन्हें प्रोत्साहित करना और उन्हें समाज की मुख्यधारा में शामिल करना है।
एडवोकेट शर्मा ने बताया कि यह कार्यक्रम पांच प्रमुख चरणों में आयोजित किया जाएगा। दिव्यांगजन समुदायों जैसे मूक-बधिर ,सेरेब्रल पाल्सी, दृष्टि बाधित, ट्रांसजेंडर समुदाय अन्य दिव्यांगजनों के लिए को समर्पित होंगे। कार्यक्रम में कला, संगीत, नृत्य, खेल, लेखन और तकनीकी कौशल जैसे विभिन्न क्षेत्रों में प्रतिभा प्रदर्शित की जाएगी। साथ ही रोजगार के अवसर सृजित करने पर भी ध्यान केंद्रित होगा। प्रेस वार्ता में बीएसए कॉलेज के प्राचार्य डॉ.ललित मोहन शर्मा ने कहा कि दिव्यांगजन समाज का अभिन्न हिस्सा हैं। उनकी असाधारण क्षमताओं को उजागर करना न केवल उनके व्यक्तिगत विकास के लिए, बल्कि समाज को प्रेरणा देने के लिए भी आवश्यक है। उन्होंने यह भी कहा कि दिव्यांगजन अधिकार अधिनियम, 2016 के तहत अधिकारों का क्रियान्वयन तभी संभव है जब समाज समानता और समावेशिता को अपनाए
बीएसए कॉलेज के प्राचार्य और मथुरा क्रूज लाइन के सहयोग से इस कार्यक्रम में मंडल स्तर पर 1000 से अधिक प्रतिभागियों के शामिल होने की संभावना है। आयोजन की तैयारियां जोरों पर है। यह कार्यक्रम समाज को यह संदेश देगा कि हर व्यक्ति समान अवसर और सम्मान का अधिकारी है। सहानुभूति के बजाय सहानुभूति का भाव रखने की आवश्यकता है। एडवोकेट गीतांजलि शर्मा ने अंत में सभी से इस आयोजन का हिस्सा बनने और इसे सफल बनाने की अपील की। यह कार्यक्रम मथुरा नगरी से दिव्यांगजनों के लिए एक नई शुरुआत का संकेत होगा। प्रेसवार्ता में प्रमुख समाजसेवी नीरज गर्ग एवं बीएसए कॉलेज के प्रोफेसर डॉ.रवीश शर्मा उपस्थित रहे।