-नशा तस्कर घर बैठ जाएं या मेवात छोड़ दें
-कहा -मेरा नाम विजय है, हारने की तो कोई बात ही नहीं
– जन्माष्टमी को पैदा हुआ हूं
-मेवात नशा तस्करों कोपो चेताया, चलेगा सुदर्शन चक्र
तहलका जज्बा / राकेश वर्मा
नूंह। गांधी ग्राम घासेड़ा में सोमवार गांव के जिम्मेदार लोगों ने नशे का नाश करने के उद्देश्य से नशा मुक्ति सम्मेलन का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्यातिथि के रूप में नूंह पुलिस अधीक्षक विजय प्रताप ने शिरकत की। इससे पहले नशे के खिलाफ ग्रामीण गांव में एक बड़ी महा पंचायत करने के साथ ही नशा विरोधी मशाल यात्रा निकालकर लोगों को नशे के प्रति जागरूक कर चुके है।
एसपी की नशा तस्करों को चेतावनी
नशे मुक्ति सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए एसपी विजय प्रताप ने कहा कि ग्रामीणों की यह पहल सराहनीय है। नशे को खत्म करने का ग्रामीणों ने जो बीड़ा उठाया है,उसमें पुलिस का भी पूरा सहयोग रहेगा। उन्होंने कहा कि नशे के खिलाफ जो शुरुआत गांव घासेड़ा से हुई है,वह केवल मेवात को ही नहीं बल्कि पुरे प्रदेश को प्रभावित करेगी। एसपी ने नशा तस्करों को चेतावनी देते हुए कहा कि या तो वह नशा छोड़ कर घर बैठ जाए या मेवात छोड़ दे। पुलिस ऐसे लोगों से निपटना अच्छी तरह से जानती है। एसपी मेवात ने कहा मेरा नाम विजय है हारने की तो कोई बात ही नहीं है और मेरा जन्म जन्माष्टमी को हुआ है मेवात में पनप रहे नशा तस्करों पर सुदर्शन चक्र भी चलाना भी जानता हूं।
नूंह में तेजी से फैल रहा नशा
हरियाणा के मुस्लिम बाहुल्य जिला नूंह में पिछले कुछ वर्षों में नशा तेजी से बढ़ा है। इस नशे के दलदल में युवा पीढ़ी तेजी से धंसती चली जा रही है। युवा कई प्रकार के नशे में सम्मिलित होकर अपनी जान गंवा रहे हैं। नशे की वजह से घरों का ताना-बाना भी खराब हो रहा है और रिश्तों में भी दरार देखने को मिल रही है। जिसको लेकर गांधी ग्राम घासेड़ा के जिम्मेदार लोगों ने नशे का नाश करने के लिए बीड़ा उठाया है।
नौ बजे के बाद गांव की दुकानें होंगी बंद
नशा मुक्ति सम्मेलन ग्रामीणों ने सर्वसम्मति से यह फैसला लिया कि गांव की सभी दुकानें नौ बजे के बाद बंद की जाएगी। इसमें कहीं हद तक नशा पर रोक लग सकती है। अगर नौ बजे के बाद दुकानें बंद होंगी तो नशे में संलिप्त लोगों को कहीं उठने-बैठने का स्थान नहीं मिलेगा ,चूंकि नशा करने वाले लोग अक्सर रात के समय दुकानों पर ही डेरा जमा कर बैठे रहते है।