तहलका जज्बा / प्रदीप अग्रवाल
मथुरा। गुरुवार के बाद शुक्रवार की सुबह मथुरा में घने कोहरे के साथ हुई। शुक्रवार सुबह घने कोहरे और गलन ने मथुरा में हिल स्टेशन का एहसास करा दिया। गलन के कारण कंपा देने वाली ठंड ने लोगों का हाल बेहाल कर दिया। सुबह जब लोग उठे तो घना कोहरा देख घरों से बाहर निकलने की हिम्मत नहीं जुटा पाए। कोहरे के कारण कई जगह विजिबिलिटी 30 मीटर से भी कम रही, जिससे हाईवे पर वाहनों की रफ्तार धीमी हो गई। उधर, कोहरे के कारण ट्रेनों और बसों के संचालन पर भी असर पड़ा। न्यूनतम तापमान सात डिग्री सेल्सियस रहा, वहीं अधिकतम तापमान 17 डिग्री दर्ज किया गया। देर रात से कोहरा पड़ना शुरू हो गया। जगह-जगह लगे गैस हीटर के आसपास भी लोग जमे नजर आए। सर्दी के कारण लोग जरूरी काम होने पर ही बाहर निकले। घने कोहरे के कारण हाईवे पर वाहनों की संख्या घट गई है।
न्यूनतम तापमान सात डिग्री सेल्सियस पहुंचा
गुरुवार को जहां न्यूनतम तापमान जहां आठ डिग्री सेल्सियस था वहीं शुक्रवार को इसमें एक डिग्री की गिरावट दर्ज की गई। यहां न्यूनतम तापमान सात डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। शुक्रवार की सुबह लोग सोकर उठे तो वातावरण में घना कोहरा छाया हुआ था। इसके चलते राष्ट्रीय राजमार्ग व यमुना एक्सप्रेस-वे पर सुबह के वक्त वाहनों की रफ्तार धीमी रही। सर्द हवाओं की वजह से गलन में भी इजाफा हुआ। इसके चलते लोग मॉर्निंग वॉक पर नहीं निकले। पार्कों में सन्नाटा पसरा रहा। शिक्षण संस्थानों का अवकाश होने की वजह से बच्चों ने राहत की सांस ली। वहीं दोपहर में निकली हल्की धूप कुछ पल के लिए ही निकली। इसके साथ ही ठंड में भी और अधिक बढ़ोतरी होने की उम्मीद है, जिससे लोगों को कड़ाके की ठंड और गलन का सामना करना पड़ेगा। मथुरा मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो घने कोहरे के साथ-साथ गलन का दौर अभी दो-तीन दिन जारी रहने की उम्मीद है।