Thursday, January 30, 2025
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महाकुंभ मेला 2025: मौनी अमावस्या पर संगम में आज लगेगी ’10 करोड़ डुबकी’  

-मौनी अमावस्या के पहले बना रिकॉर्ड
-अखाड़ा मार्गों को कर दिया सील
-सिर्फ अखाड़ा के संत ही जा सकेंगे अमृत स्नान को

तहलका जज्बा / मनोज
प्रयागराज। सनातन के सबसे बड़े आयोजन महाकुंभ मेला का असर इस कदर दिख रहा है कि कोई भी खुद को इससे दूर नहीं रख पा रहा है। राजनीतिक जगत से लेकर फिल्मी दुनिया और बिजनेस जगत के बड़े नाम त्रिवेणी संगम पहुंचकर पवित्र डुबकी लगाते दिखाई दे रहे हैं। महाकुंभ का मंगलवार को 16वां दिन है। सुबह 11 बजे तक करीब एक करोड़ श्रद्धालुओं ने स्नान किया। मौनी अमावस्या के पवित्र शाही स्नान से पहले ही त्रिवेणी संगम में स्नान करने वाले श्रद्धालुओं का आंकड़ा करीब 16 करोड़ के पार जा चुका है। जिसकी वजह से हर एक नया रिकॉर्ड बन रहा है। महाकुंभ में अमृत स्नान को लेकर तैयारियां जोरों पर चल रही हैं। मौनी अमावस्या के पर्व पर 10 करोड़ श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है। जिसके लिए मेला प्रशासन से लेकर राज्य ने पूरी तरह से कमर कस ली। मौनी स्नान का महायोग वैसे मंगलवार रात आठ बजे के करीब से शुरू हो जाएगा मगर अखाड़ों का महास्नान बुधवार सुबह प्रारंभ होगा। अखाड़ा मार्ग को सील कर दिया गया है।

मौनी अमावस्या पर अमृत पान के लिए 44 घाट तैयार
महाकुंभ के सबसे बड़े अमृत स्नान पर्व मौनी अमावस्या पर अमृत पान की उत्कंठा लेकर संगम की पावन धरा पर आ रहे करोड़ों श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो इसके लिए व्यापक प्रबंध किए गए हैं। लगभग 12 किमी के क्षेत्र में विकसित सभी 44 घाटों पर स्नान कराने की तैयारी है। घाटों पर एसडीएम के साथ सीओ, तहसीलदार व नायब तहसीलदारों को भी लगाया गया है। संगम तट के घाटों के साथ ही ऐरावत घाट व अरैल घाट पर आईएएस अधिकारियों और एडीएम व एसडीएम रैंक के पीसीएस अधिकारियों को लगाया गया है। इसके अलावा प्रयागराज समेत इसके आसपास चारों ओर स्थित 10 जिलों के डीएम व एसपी को भी लगा दिया गया है।

अमृत स्नान पथ पर नहीं जा सकेंगे आम श्रद्धालु
इस अमृत स्नान पथ पर अखाड़ों के ही संत-महात्मा, उनके शिष्य व भक्त जा सकेंगे। अखाड़ों के लिए संगम तट पर अलग से स्नान घाट बना दिया गया है, जहां आम श्रद्धालु डुबकी नहीं लगा सकेंगे। आम श्रद्धालुओं के लिए अलग से घाट बनाया गया है। ऐरावत संगम घाट भी विकसित किया गया है जहां पूर्वी उत्तर प्रदेश के जिलों, बिहार, उड़ीसा, बंगाल, छत्तीसगढ़, झारखंड, पूर्वोत्तर के राज्यों के श्रद्धालु स्नान कर सकेंगे। मध्य प्रदेश, गुजरात, राजस्थान, महाराष्ट्र समेत दक्षिण भारत के श्रद्धालुओं के लिए विशेष तौर पर अरैल में स्नान घाट बनाए गए हैं। दिल्ली, पश्चिमी उप्र, उत्तराखंड, हरियाणा-पंजाब से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए संगम से लेकर नागवासुकि तक घाट पर स्नान कराने की तैयारी है। ट्रेनों व बसों से आने वाले श्रद्धालुओं तथा निजी वाहनों से आ रहे श्रद्धालुओं को स्नान कराकर शीघ्र ही सकुशल वापसी पर जोर रहेगा।

श्रद्धालुओं के सैलाब से भर गई सड़कें-गलियां
एडीजी जोन प्रयागराज भानु भास्कर द्वारा पुलिस कमिश्नर मंडलायुक्त अन्य के साथ  कंट्रोल रूम में मौजूद रहकर सीसीटीवी एवं एआई कैमरों से सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। साथ ही सम्बंधित को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गये। मौनी अमावस्या से एक दिन पहले श्रद्धालुओं की जबरदस्त भीड़ को देखते हुए रातभर सभी विभागों के अफसरों ने कई राउंड में बैठक हुई। जिसमे भीड़ को कैसे संभालेंगे। सुरक्षा में क्या चुनौती आ रही है, उसका समाधान कैसे होगा। इन्हीं मुद्दों पर मंथन हुआ। मंगलवार सुबह फिर एडीजी जोन भानु भास्कर और कमिश्नर ने सभी विभागों के अफसरों की आपातकालीन बैठक बुलाई। डीएम,सीआरपीएफ,  आईटीबीपी, पुलिस, रेलवे आदि विभागों के अधिकारी मौजूद रहे। हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। आज स्थिति ऐसी है कि सड़कें-गलियां सब भर गई हैं। श्रद्धालुओं का कहना है कि पार्किंग या स्टेशन से संगम तक पैदल आना पड़ रहा है। जगह-जगह बैरिकेडिंग कर पुलिस रोक रही है। इधर-उधर 20 किमी पैदल चलना पड़ रहा है। कई जगह भीड़ ने बैरिकेडिंग तोड़ दी। संगम से 15 किमी तक का एरिया पूरी तरह से जाम है।

जल, थल और आकाश से होगी निगहबानी
एसएसपी महाकुंभ के मुताबिक, मौनी अमावस्या पर जल, थल और नभ से निगरानी की जाएगी। संगम क्षेत्र को नो फ्लाइंग जोन घोषित किया गया है। कोई भी ड्रोन नहीं उड़ा सकेगा। बिना अनुमति ड्रोन उड़ाने पर उसे पुलिस के एंटी ड्रोन मार गिराएंगे। लगभग एक लाख पुलिस और पैरा मिलिट्री फोर्सेज के जवान तैनात रहेंगे। इसके अलावा एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और फायर के भी जवान मुस्तैद रहेंगे। मेला क्षेत्र में 2750 एआई बेस्ड सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। इसके अलावा लगभग 100 वीएमडी स्क्रीन लगाए गए हैं। महाकुंभ को 10 जोन, 25 सेक्टर, 56 थाने व 155 चौकियों में विभाजित किया गया है। मेले में 10 बीडीडीएस, एंटी सबोटाज की टीम, महिला कमांडो की भी तैनाती की गई है। संगम नोज पर भीड़ अधिक होने पर घुड़सवार पुलिस को भी तैनात किया गया है। 100 गोताखोरों को भी तैनात किया गया है। मेला क्षेत्र में एनएसजी व एटीएस कमांडो भी तैनाती की गई है। यही नहीं मेला क्षेत्र में स्नाइपर्स की भी तैनाती की गई है। सादी वर्दी में भी पुलिस श्रद्धालुओं की सुरक्षा में तैनात रहेगी।

महाकुंभ में मौनी अमावस्या को लेकर सात स्तरीय सुरक्षा घेरा
एसएसपी महाकुंभ राजेश द्विवेदी ने बताया कि महाकुंभ में सात चक्रीय सुरक्षा घेरा तैयार किया गया है। श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की परेशानी न हो इसके लिए रूट डायवर्जन और ट्रैफिक प्लान तैयार किया गया है। निर्धारित रूटों पर पार्किंग की व्यवस्था की गई है। अपने वाहनों को निर्धारित पार्किंग में खड़ा कर संगम स्नान के लिए आना होगा। महाकुंभ मेले के सभी प्रवेश मार्गों पर संदिग्ध व्यक्तियों, वाहनों की जांच और निगरानी की जा रही है। उन्होंने बताया कि मौनी अमावस्या को 10 करोड़ की संभावित भीड़ को देखते हुए सभी रास्तों को साफ रखने और अतिक्रमण मुक्त रखने का आदेश दिया गया है। सड़कों के किनारे मौनी अमावस्या पर कोई भी दुकान नहीं लगा सकेगा।

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