तहलका जज्बा / राकेश वर्मा
नूंह। शिक्षा के क्षेत्र में मेवात बेशक सबसे पिछड़ा हुआ जिला हो। लेकिन मेवात में प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं अगर उन्हें उचित समय पर उचित अवसर मिले तो वे भी अपनी क्षमता के बल पर ऊंचा से ऊंचा स्थान प्राप्त कर अपनी क्षमता का लोहा मनवा सकते हैं। उक्त बात सर्वजातीय सेवा समिति के उपाध्यक्ष रजत जैन ने करते हुए कहा कि देश को पहला शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद के रूप में देने वाला मेवात देश व प्रदेश के अन्य क्षेत्रों की तुलना में शिक्षा के क्षेत्र में सबसे पिछड़ा हुआ है। ये चिंता व चिंतन का विषय है। मेवात की शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए सरकारी महाविद्यालय में बीएड की कक्षाएं शुरू कराई जाए। उन्होंने कहा कि नगीना जिला नूंह के मध्य में पड़ता है इसलिए बीएड की कक्षाएं राजकीय महाविद्यालय नगीना में शुरू कराई जाए। जिससे की जिला नूंह का शैक्षिक स्तर ऊंचा उठ सके। प्रदेश के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से मांग की तुरंत प्रभाव से जनहित को ध्यान में रखते हुए प्राथमिकता के आधार पर इस मांग को स्वीकार कर उसे पूरा करे। उन्होंने कहा कि दशकों पुरानी इस मांग के पूरी हो जाने से जनता को राहत मिलेगी। मेवात के पिछड़ापन को दूर करने में सहायक सिद्ध होगी।