27 नवंबर को होने वाली अंतरराष्ट्रीय धर्म संसद का दिया न्यौता
तहलका जज्बा / शिवांगी चौधरी
मथुरा। श्रीकृष्ण मंदिर निर्माण के कार्य को पूरा करने का जज्बा लेकर वृंदावन में सैकड़ों मोटरसाइकिल एक संग दौड़ी। सोमवार को श्री कृष्ण जन्म भूमि मुक्ति न्यास ने मोटरसाइकिल रैली के जरिए देश दुनिया को अयोध्या में श्रीराम के आने के बाद अब श्री कृष्ण के अपनी जन्मभूमि पर आने का संदेश दिया। साथ ही मंदिर निर्माण की रूपरेखा निर्धारित करने को 27 नवंबर को वृंदावन में होने वाले अंतरराष्ट्रीय धर्म संसद का न्योता भी दिया।
मोटरसाइकिल रैली को श्री कृष्ण जन्मभूमि मुक्ति न्यास के अध्यक्ष और श्री कृष्ण जन्मभूमि विवाद के वादी महेंद्र प्रताप सिंह एडवोकेट, संत बलराम बाबा, स्वामी उमेश योगी, डॉ.आदित्यानंद महाराज, चित्र घनानंद महाराज, पंडित श्यामानंद महाराज, श्री कृष्ण जन्म भूमि फिल्म के डायरेक्टर गौरव मिश्रा, अंबिका देवी, आरबी चौधरी, सौरभ मिश्रा पंडित श्यामानंद महाराज ने एक स्वर में “आ गए हैं अवध बिहारी और अब आएंगे कृष्ण मुरारी” का जयघोष के साथ ही भारतीय ध्वज तिरंगा दिखाकर रवाना किया।
न्यास के अध्यक्ष महेंद्र प्रताप सिंह एडवोकेट ने कहा कि भगवान श्री कृष्ण की जन्म भूमि का विवाद जग जाहिर है। आक्रांताओं ने भगवान के मंदिर का विध्वंस कर दिया था। मूल गर्भगृह स्थल पर ईदगाह का निर्माण कर दिया था। मूल गर्भगृह स्थल पर हिंदुओं का अधिकार है। आज लाखों करोड़ों हिंदू वहां एक भव्य मंदिर बनाना चाहते हैं। अदालत में इसका मुकदमा भी वह लड़ रहे हैं। श्री कृष्ण भगवान के मंदिर निर्माण के लिए जो संघर्ष किया जा रहा है। उसी क्रम में 27 नवंबर को वृंदावन स्थित पंडित दीनदयाल उपाध्याय अंत्योदय अध्ययन केंद्र में सुबह दस बजे से अंतरराष्ट्रीय धर्म संसद शुरू होगी। धर्म संसद में देश विदेश के साधु संत महात्मा भाग लेंगे। मंदिर निर्माण समेत कई अन्य प्रस्ताव अंतरराष्ट्रीय धर्म संसद रखे जाएंगे और सर्वसम्मति से उन प्रस्तावों को पारित किया जाएगा। ठाकुर श्री बांके बिहारी जी के श्री धाम वृंदावन के निवासियों को निमंत्रण देने को आज यह मोटरसाइकिल रैली निकाली गई है। सभी से अंतरराष्ट्रीय धर्म संसद में शामिल होने की प्रार्थना की गई है।
रमणरेती से आरंभ हुई मोटरसाइकिल रैली मुख्य मार्गों से गुजरते हुए यहां की कुंज गलियों में भी घूमी। मोटरसाइकिल सवारों का उत्साही वृंदावन वासियों ने तहेदिल से स्वागत किया और 27 नवंबर की अंतरराष्ट्रीय धर्म संसद में हिस्सा लेने का भी आश्वासन दिया। साधु संत समाज ने भी श्री कृष्ण जन्म भूमि मुक्ति न्यास के कार्यकर्ताओं को अपना लक्ष्य प्राप्त करने का आशीर्वाद भी दिया। स्पेन से आये स्वामी उमेश योगी ने कहा डॉक्टर महेंद्र प्रताप सिंह एडवोकेट की अगुवाई में भगवान श्री कृष्ण जी की जन्म भूमि को मुक्त कराकर उस स्थल पर भव्य मंदिर निर्माण के लिए जो संघर्ष किया जा रहा है। उसमें हम सबको एक दिन सफलता अवश्य मिलेगी। उन्होंने बताया कि भारत के साथ साथ विदेशों में रह रहे संत और हिन्दू समाज भी इसका समर्थन कर रहा था। डॉक्टर आदित्यनाथ महाराज ने कहा कि भगवान श्री राम के मंदिर की भांति ही भगवान श्री कृष्ण जी एक दिन मंदिर बनकर रहेगा। इसका हमको अटूट विश्वास है। अंत में बाबा बलराम दास महाराज ने ब्रज के सभी साधु संत और हिंदुओं से अंतरराष्ट्रीय धर्म संसद में शामिल होने की अपील की और कहा कि हिंदुओं को एकजुट होकर अंतरराष्ट्रीय धर्म संसद का समर्थन करना चाहिए।