-भाखड़ा नहर हादसे में मृतकों के परिजनों को दी जाए 50-50 लाख की आर्थिक सहायता
नितिन गुप्ता, मुख्य संपादक
तहलका जज्बा / चंडीगढ़। सिरसा से कांग्रेस सांसद कुमारी सैलजा ने हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को पत्र लिखकर कहा है कि नहरों के पुलों पर रेलिंग न होने के चलते हादसे हो रहे है और लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ रहा है। इस मामले में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए साथ ही फतेहाबाद जिला के गांव सरदारेवाला के समीप भाखड़ा नहर में गाड़ी गिरने से मारे गए 12 लोगों के परिवारजनों को 50-50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता राशि प्रदान की जाए।
सिंचाई विभाग पहले ही संज्ञान लिया होता तो नहीं होता हादसा: सैलजा
सांसद कुमारी सैलजा ने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को पत्र लिखकर कहा है कि उनके सिरसा लोकसभा क्षेत्र के जिला फतेहाबाद के गांव सरदारेवाला के समीप एक गाड़ी के भाखड़ा नहर में गिरने से 12 लोगों की मौत हो गई, अगर सिंचाई विभाग ने लोगों की मांग पर पहले ही संज्ञान लिया होता तो यह हादसा होने से रोका जा सकता था। कुमारी सैलजा ने कहा है कि सिरसा और फतेहाबाद जिला से होकर गुजरने वाली भाखडा नहर पर कई पुल है यहां पर या तो सुरक्षा दीवार नहीं है या टूटी पड़ी है, रेलिंग नहीं है, यहां तक कि रिफ्लेक्टर तक नहीं लगाए गए है। सिरसा के गांव लोहागढ़ क्षेत्र से गुजरने वाली सरहिंद नहर के पुल की रेलिंग भी टूटी पड़ी है, इस और भी संबंधित विभाग के अधिकारियों ने कभी कोई ध्यान ही नहीं दिया यहां तक लोगों ने इस बारे में अधिकारियों को कई बार अवगत करवाया।
हादसा अधिकारियों की लापरवाही का ही नतीजा हैं: सैलजा
सांसद कुमारी सैलजा ने कहा कि सिरसा जिला के गांव ओढां क्षेत्र में पीरखेडा नहर के पुल पर भी रेलिंग टूटी हुई पड़ी है। इसके साथ ही गांव लोहागढ़ के समीप से होकर गुजरने वाली सरहिंद के पुल पर भी रेलिंग नहीं है। अगर देखा जाए तो इस प्रकार के सभी हादसे अधिकारियों की लापरवाही का ही नतीजा है। नहरों में जहां पर गहराई ज्यादा है वहां पर रेलिंग और संकेतक जरूर लगाए जाए। कुछ नहर पर नहाने के लिए लोगों ने लंबे समय से अपने हिसाब से स्पाट विकसित किए हुए है, जहां पर हादसे होते रहते है।
अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए: सैलजा
कुमारी सैलजा ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया है कि संबंधित विभाग की एक टीम बनाकर सर्वे कराया जाए कि नहरों पर कहां कहां रेलिंग नहीं है, रिफ्लेक्टर नहीं है, सुरक्षा दीवार नहीं है। जहां पर भी नहीं है वहां पर उनकी व्यवस्था की जाए। साथ ही विभागीय लापरवाही के चलते जहां पर भी इस प्रकार के हादसे हुए है वहां के संबंधित अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए और गांव सरदारेवाला के समीप नहर में गाड़ी के गिरने से जिनकी मौत हुई है उनके परिजनों को 50-50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता राशि प्रदान की जाए।