तहलका जज्बा / लोकेश गुप्ता
पलवल। संस्कृत भारती हरियाणा के तत्वावधान में आयोजित सात दिवसीय आवासीय प्रांत स्तरीय प्रबोधन वर्ग सरस्वती वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय पलवल के परिसर में बुधवार को जिला अध्यक्ष कुबेर दत्त गौतम व वर्ग अधिकारी तेज सिंह शास्त्री के नेतृत्व में तथा प्रांत मंत्री प्रमोद शास्त्री के कुशल मार्गदर्शन में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। प्रात: कालीन दीप प्रज्ज्वलन व वंदन सत्र में पुलिस अधीक्षक चंद्रमोहन ने विश्व की प्राचीनतम भाषा संस्कृत में रचित मंत्रों की शक्ति व ज्योतिष शास्त्र की वैज्ञानिकता का उल्लेख करते हुए जीवन में संस्कृत के महत्व को रेखांकित किया। डा.विशाल शर्मा तथा डा.ऋषि ने भी संस्कृत के प्रति अपना अनुराग प्रकट किया।
सायंकाल में समापन सत्र का आयोजन किया गया, जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित एसडीएम हथीन संदीप अग्रवाल ने शिविर में आए हुए शिक्षार्थियों से संस्कृत भाषा के महत्व, सीखने की प्रक्रिया आदि पर संवाद करते हुए प्रेरणात्मक वक्तव्य रखा। मुख्य वक्ता के रूप में श्री लाल बहादुर शास्त्री केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय दिल्ली से पधारे संस्कृत भारती के उत्तर क्षेत्रीय अध्यक्ष प्रोफेसर यशवीर सिंह ने प्राचीन ऋषियों के अन्वेषण, ज्योतिषीय गणना, वेद आदि ग्रंथों को व्यवहारिक जीवन से जोड़ते हुए संस्कृत भाषा को अत्यंत उपयोगी बताया। हरीश कुमार, प्रोफेसर केडी शर्मा, महेंद्र शास्त्री, डा. संपत शास्त्री, राजन गुप्ता, ओपी शर्मा, शक्तिपाल मंगला आदि अतिथियों का संगठन के पदाधिकारी डा.राकेश शास्त्री, सतपाल सिंह, कैप्टन गुरु दयाल शर्मा, मोहित सैनी व प्रथम देव शर्मा ने पटका पहनाकर स्वागत किया। शिविर में हरियाणा प्रांत के भिन्न-भिन्न जिलों से 18 छात्राएं, 26 छात्र, 4 शिक्षक, 6 व्यवस्थापक, 10 प्रबंधकों एवं स्थानीय कार्यकर्ताओं ने सक्रिय रूप से भाग लेकर शिविर को सफल व सार्थक बनाते हुए पलवल के इतिहास में एक कीर्तिमान स्थापित करने का कार्य किया है जो संस्कृत एवं संस्कृति के उत्थान एवं संवर्धन के लिए अति प्रशंसनीय है।