भंडारे के साथ आज संपन्न हुआ नौ दिवसीय मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा समारोह
हिंदुस्तान तहलका / गीतिका
गुरुग्राम – कुरूक्षेत्र के समाजसेवी मयंक शर्मा द्वारा गुरुग्राम के 43 सेक्टर वजीराबाद के खोखरा जोहड़ हनुमान मंदिर के प्रांगण में पांच मंजिला मंदिर का निर्माण कराया गया I जिसमें आज बड़ी धूमधाम के साथ मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम संपन्न हुआ l मयंक शर्मा ने बताया कि पिछले 9 दिन से मंदिर परिसर में इक्कीस ब्राह्मणों द्वारा हवन यज्ञ व अनुष्ठान का कार्य चल रहा था। जिसमें ब्राह्मणों द्वारा सवा सवा लाख मंत्रों का जाप किया गया l
आज बड़ी धूमधाम के साथ व सभी साधु संत समाज के लोग मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम में पहुंचे। मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा के इस समारोह में भगवान श्री गणेश, श्री लक्ष्मी नारायण, माता बगलामुखी, मां सरस्वती और गुरु दत्तात्रेय की मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा की गई। इस कार्यक्रम में पूरे भारतवर्ष से सभी संत साधु समाज के लोग पहुंचे और सभी ने मयंक शर्मा को इस कार्य के लिए आशीर्वाद और बधाई व शुभकामनाएं भी दी। समाजसेवी मयंक शर्मा ने इस समारोह में पहुंचे सभी विद्वान पंडित व साधु संत समाज का यहां पधारने पर धन्यवाद किया l इस अवसर पर जूना अखाड़ा से महामंडलेश्वर अपूर्वानंद गिरी जी महाराज ने मयंक शर्मा को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि मयंक जैसे युवा ही सनातन धर्म के सच्चे प्रहरी हैं।
राष्ट्रीय परशुराम सेना ब्रह्मावाहिनी के प्रदेश अध्यक्ष जंगशेर शर्मा ने कहा कि हम मयंक शर्मा को इस कार्य के लिए बहुत-बहुत बधाई देते हैं आज हमारे सनातन धर्म के लिए बड़ी सौभाग्य की बात है कि आज के जो युवा हैं उसे सनातन धर्म को अपना रहे हैं ज्यादातर देखा जा रहा है कि जो युवा होते हैं वह गलत आते और नशों की तरफ ज्यादा जाते हैं लेकिन मयंक शर्मा ने एक मिसाइल काम की है और यह सभी युवाओं के लिए एक प्रेरणा सूत्र बनेंगे सनातन धर्म के लिए मैं मयंक शर्मा व उनके माता-पिता व इनके परिवार को इस कार्य के लिए बहुत-बहुत बधाई व शुभकामनाएं देता हूं।
इस मौके पर पुज्य गुरु प्रतिभा नंद महाराज मंडलेश्वर अपूर्वा नंद गिरी महाराज, पंडित इंद्रजीत शर्मा, जंगशेर शर्मा प्रदेशाध्यक्ष, हरियाणा प्रदेश प्रभारी हिमाचल पंजाब राष्ट्रीय परशुराम सेवा ब्रह्म वाहिनी, अशोक शर्मा, विमल शर्मा, केशव शर्मा, परमजीत, अरुण धवन, मुकेश यादव, विकास बागड़ी, केशव बागड़ी , हिमानी बरेला, अलंकृता घोष, अदिति वशिष्ठ, गीता पिहोवा, गुरप्रीत, हरप्रीत, लवप्रीत पिहोवा समस्त संगत व सभी साधु संत मौजूद रहे l