हिंदुस्तान तहलका / राकेश वर्मा
नूंह – पीरामल फाउंडेशन/कैवल्या एजुकेशन फाउंडेशन( Piramal Foundation) नीति आयोग के समन्वय से नूंह जिले (हरियाणा) के तावडू ब्लॉक में संचालित स्कूल प्रोसेस के तहत बाल संसद का निर्माण शिक्षकों के सहयोग से राजकीय प्राथमिक विद्यालय मोहम्मदपुर अहिर(Government Primary School Mohammadpur Ahir) में किया गया। 112 आकांक्षी जिलों में पीरामल फाउंडेशन इस प्रोग्राम को संचालित कर रही हैं। इस कार्यक्रम के तहत जिले के 120 डेमो स्कूलों में बाल संसद तैयार करने का लक्ष्य है।
संसदीय लीडरशिप, चुनावी प्रकिया, शपथ ग्रहण, तकनीकी दक्षता, विभागीय समझ आदि विषयों पर प्रायोगिक समझ बच्चों में विकसित करने के उद्देश्य से इन स्कूलों में बाल संसद आयोजित की गयी। बाल संसद बनाने के प्रक्रिया में सभी प्रतिभागियों ने सक्रिय भूमिका निभाई और सवाल किया और सीखने की ललक को पेश किया। बाल संसद बनाने की शुरुआत दो दिन पहले से ही शिक्षकों और छात्रों को बाल संसद के कांसेप्ट को समझाने से हुई से हुई। जिसमें बाल संसद के चुनाव कि रूपरेखा बताई गई और मंत्रिमंडल के मंत्रियो के भूमिका और उत्तरदायित्व का परिचय कराया गया। बाल संसद से जुड़े पद जैसे प्रधानमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री, सफ़ाई मंत्री, शिक्षा मंत्री
पुस्तकालय मंत्री के कार्यों को और बाल संसद के जरिए इन संकेतकों पर काम को समझाया गया। साथ ही डिजिटल सिटीजनशिप को बढ़ावा देने के लिए बच्चों का चुनाव वोटिंग मशीन एप्प माध्यम से कराकर उनके भूमिका को लेकर शपथ दिलाया गया और उनके पद को लेकर सर्टिफिकेट दिया गया। जिसमें मोहम्मदपुर अहिर स्कूल में प्रधानमंत्री उम्मीदवार जिया और प्राची और सफाई मंत्री अनिता उम्मीदवार विजयी रहे। बाल संसद आयोजन में शिक्षकों का भी पूरा सहयोग रहा। स्कूल की इंचार्ज नीलम और साथ ही सरिता, बजरंग लाल, रेखा, साक्षी, प्रीति इन सभी टीचरो के सहयोग से बाल संसद का आयोजन किया गया। कैवल्या एजुकेशन फाउंडेशन से गांधी फेलो विनय कुमार कोरी और आशिता सिंह ठाकुर जो प्रोग्राम लीडर सुमन के नेतृत्व में काम करते है। सुमन सलाह लेकर इस कार्यक्रम को सफल बनाया।