-12 से 14 वर्ष के बच्चों के दिखाई अपनी प्रतिभा
-गुरुग्राम के पांच स्कूलों के 25 बच्चों ने लिया हिस्सा
हिन्दुस्तान तहलका / गीतिका
गुरुग्राम – Marengo Asia Hospital गुरुग्राम में शनिवार को ड्राइंग कम्पटीशन का आयोजन किया। जिसकी थीम ब्लड हेल्थ रखी गई थी। जिसमे पांच स्कूलों से 12 से 14 वर्ष के 25 बच्चों ने हिस्सा लिया। इस प्रतियोगिता के जरिए भारतीय लोगों में अलग-अलग कारणों से हो रही ब्लड संबंधी समस्याओं को उजागर करने का प्रयास किया गया और लोगों को जागरूक करने का प्रयास किया गया।
Marengo Hospital लगातार स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं के प्रति लोगों को जागरूक करने का काम करता रहा है। ताकि आने वाली पीढ़ियों को इस तरह की समस्याओं से बचाया जा सके। मैरिंगो अस्पताल खुद ब्लड से जुड़ी बीमारियों के लिए विशेषज्ञता रखता है। डॉक्टर मीत कुमार और उनकी टीम किसी भी तरह की ब्लड संबंधी समस्या को ठीक करने का काम करते हैं, हीमोग्लोबिन कम हो या प्लेटलेट्स की समस्या हो, किसी भी तरह का ब्लड कैंसर हो, बच्चों में थैलेसीमिया की समस्या हो, सिकल सेल या इम्युनोडेफिशिएंसी डिजीज हो, बोन मैरो ट्रांसप्लांट होना हो, इस तरह के सभी मामलों को ठीक करने में डॉक्टर मीत और उनकी टीम पूरी तरह पारंगत है।
Marengo Asia Hospital के हेमेटो-ऑन्कोलजी क्लिनिकल डायरेक्टर डॉक्टर मीत कुमार ने बताया कि ब्लड संबंधी बीमारियों के लक्षणों और उपलब्ध इलाज के विकल्पों के बारे में मुश्किल से 10 फीसदी आबादी को ही जानकारी है। उन्होंने बताया कि ब्लड संबंधी समस्याएं कैंसर के सबसे घातक रूपों में से हैं और ये जीवन को बुरी तरह प्रभावित करती है। लेकिन इन बीमारियों को बोन मैरो ट्रांसप्लांट के जरिए स्थायी तौर पर ठीक किया जा सकता है। हाल में कई एडवांसमेंट हुए हैं जिनके जरिए जानलेवा कही जाने वाली एक्यूट ल्यूकेमिया, मल्टीपल मायलोमा, एप्लास्टिक एनीमिया, थैलेसीमिया मेजर, सिकल सेल डिजीज और अन्य अलग-अलग तरह के कैंसर को बीएमटी के जरिए पूरी तरह ठीक किया जा सकता है। ये उन मामलों में भी सफल है जिनमें परंपरागत थेरेपी जैसे कि कीमोथेरेपी और रेडियोथेरेपी फेल हो जाती हैं। उन्होंने कहा कि हम और हमारी टीम इस इवेंट के जरिए ब्लड डिसऑर्डर और ब्लड हेल्थ के बारे में बच्चों को अवेयर करना चाहते हैं।
अस्पताल फैसिलिटी डायरेक्टर नीता रजवार ने कहा कि शरीर में ब्लड का रोल काफी अहम होता है, इसलिए ब्लड की हेल्थ बेहद महत्वपूर्ण है। ब्लड संबंधी समस्याओं के बारे में जागरूकता बढ़ने से देश और देश के लोग स्वस्थ रहेंगे। हम ये देखकर खुश हैं कि बच्चे क्रिएटिव अंदाज में लोगों को अवेयर कर रहे हैं और सोसाइटी के लिए उनके इस योगदान का हम स्वागत करते हैं।