⇒ पहले निकाली जाएगी शिव बारात
हिंदुस्तान तहलका / शिवांगी चौधरी
मथुरा – महाशिवरात्रि पर्व को लेकर कान्हा की नगरी मथुरा भगवान भोलेनाथ के जयकारों से गुंजायमान है। यहां के शिवालयों पर गुरुवार से ही कांवड़ लेकर शिवभक्त जलाभिषेक करने के लिए पहुंच रहे हैं। मथुरा में शिवरात्रि का पर्व दो दिन मनाया जाएगा। महाशिवरात्रि पर्व से पहले गंगाजल को कांवड़ में रखकर कांवड़िए शिवालयों पर पहुंच रहे हैं और उनका जलाभिषेक कर रहे हैं। कोई कांवरिया राजघाट, कोई सोरों, कोई नरौरा से गंगा जल कांवड़ में रखकर पैदल ही पहुंच रहे हैं।
ब्रज के 4 महादेव पर जलाभिषेक की है मान्यता
कांवड़ लेकर आने वाले शिव भक्त ब्रज के चार शिवालयों पर जलाभिषेक करते हैं और उसके बाद अपने गांव के मंदिर पर पहुंचकर अभिषेक करने के बाद अपनी यात्रा पूरी करते हैं। वृंदावन स्थित प्राचीन गोपेश्वर महादेव, मथुरा स्थित भूतेश्वर महादेव,गोवर्धन के चकलेश्वर महादेव और राजस्थान के कामा में स्थित कामेश्वर महादेव पर कांवड़ लेकर आने वाले भक्त गंगा जल अर्पित करते हैं।
श्री कृष्ण जन्मभूमि से निकलेगी शिव बारात
महा शिवरात्रि पर्व के अवसर पर श्री कृष्ण जन्मभूमि मंदिर से हर वर्ष भगवान भोलेनाथ की बारात निकाली जाएगी। श्री कृष्ण जन्मभूमि से निकलने वाली शिव बारात शहर के विभिन्न रास्तों से होते हुए वापस श्री कृष्ण जन्मस्थान पहुंचेगी। शुक्रवार को निकलने वाली इस शिव बारात में भगवान शिव के गण नाचते गाते चलेंगे। महा शिवरात्रि का पर्व कान्हा की रास स्थली वृंदावन में शनिवार को मनाया जाएगा। यहां के गोपेश्वर महादेव मंदिर पर भगवान का जलाभिषेक भक्त शनिवार को करेंगे। मंदिर की पुजारी का कहना है कि शुक्रवार को प्रदोष है इसलिए वृत नहीं रखा जाएगा। शनिवार को शिवरात्रि का वृत रखा जायेगा उसी दिन शिवरात्रि का अभिषेक होगा।
वृंदावन के प्राचीन गोपेश्वर महादेव मंदिर में विराजमान भगवान भोलेनाथ के दर्शन भक्त गोपी स्वरूप में करते हैं। मान्यता है कि द्वापर में जब भगवान श्री कृष्ण ने महारास किया था उस समय भगवान शिव गोपी का स्वरूप रखकर रास में शामिल हुए। तभी से भगवान भोलेनाथ का नाम यहां गोपेश्वर महादेव हो गया।