Wednesday, December 18, 2024
No menu items!
spot_img
Homeउत्तर प्रदेशगीता शोध संस्थान एवं रासलीला अकादमी द्वारा दो दिवसीय श्रीमद्भगवद् गीता जयंती

गीता शोध संस्थान एवं रासलीला अकादमी द्वारा दो दिवसीय श्रीमद्भगवद् गीता जयंती

तहलका जज्बा / शिवांगी चौधरी
मथुरा 12 दिसंबर। गीता शोध संस्थान एवं रासलीला अकादमी, वृंदावन में दो दिवसीय श्रीमद् भगवद् गीता जयंती महोत्सव भक्ति वेदांत रिसर्च सेंटर पुणे के संयुक्त तत्वावधान में मनाया गया। महोत्सव में उ.प्र. ब्रज तीर्थ विकास परिषद मथुरा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी/ मथुरा वृन्दावन विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष एस.बी.सिंह ने कहा कि जो कर्म है वही सबसे बड़ा धर्म है। गीता हमें यही सिखाती है। गीता सांसारिक मुक्ति का मार्ग है। यह हर वर्ग के लोगों के लिए लिखी गयी है। गीता से हमें यही संदेश मिलता है कि ज्ञान का सही उपयोग हो और आडंबरों से हम दूर रहें। श्रीरंगलक्ष्मी संस्कृत महाविद्यालय के प्राचार्य अनिलानंद जी ने गीता के कर्म, भक्ति और ज्ञान के सिद्धान्तों के गूढ़ रहस्य को समझाया। गीता विद्वान गंगाधर पाठक ने गीता के सिद्धान्तों पर प्रकाश डाला।
हंसराज काॅलेज दिल्ली के प्रो.नित्यगोपाल शर्मा ने गीता के व्यवहारिक व अन्य पहलुओं पर प्रकाश डाला। ज्योत्सना शर्मा के अलावा गिव संस्थान के संत अकाम मुक्ति दास, प्रो.के.के.शर्मा और मंजू गौड़ प्राचार्य ने भी गीता के भक्ति, कर्म, ज्ञान पर अलग-अलग दृष्टिकोण से विचार व्यक्त किए।

महोत्सव के अंत में ब्रज संस्कृति विशेषज्ञ डाॅ.उमेश चंद्र शर्मा ने गीता जयंती मनाये जाने के औचित्य पर प्रकाश डाला। निदेशक प्रो. दिनेश खन्ना द्वारा संस्थान में चलाये जा रहे प्रशिक्षण कार्यक्रम की जानकारी दी। समन्वयक चंद्र प्रताप सिंह सिकरवार द्वारा गीता विद्वानों का पटका पहना कर सम्मान किया गया। इससे पूर्व प्रथम दिन गीता जयंती महोत्सव का शुभारंभ गीता विद्वान ब्रह्मबोधि जी ने श्रीकृष्ण की प्रतिमा पर दीप प्रज्वलित कर किया। उन्होंने अनेक उदाहरण देते हुए गीता के रहस्य समझाये। प्रमुख वक्ता श्रीवत्स गोस्वामी ने ब्रज भाषा में बोलते हुए गीता पर प्रकाश डाला। आचार्य बद्रीश जी ने कहा कि गीता के संदेश अपनाये तो सभी बाधाएं दूर हो सकती है। पं.रामविलास चतुर्वेदी ने कहा कि गीता में सभी समस्याओं के निदान का भंडार है।

भक्ति वेदांत रिसर्च सेंटर पुणे के भूषण कुमार चैधरी ने संस्था द्वारा पुणे व आसपास में चलाये जा रहे गीता के प्रचार-प्रसार कार्यक्रम से अवगत कराया। विदित हो कि उक्त संस्था का उ.प्र. ब्रज तीर्थ विकास परिषद का एमओयू है। संस्था की पदाधिकारी डाॅ.रेवती कथारे ने अपने द्वारा किये गये गीता पर शोध पर प्रकाश डाला। प्रथम दिन डाॅ.देवेन्द्र सिंह, विजय मिश्र, रितेश पाण्डेय, विभा गोस्वामी, राजेश शुक्ला, शारदा मिश्रा आदि ने विचार व्यक्त किये। संचालन डाॅ.रामदत्त मिश्र ने किया। गीता व रासलीला प्रशिक्षण ले रहे बच्चों द्वारा गीता की संगीतमय आरती व गीता के श्लोकों पर आधारित संगीतमय कार्यक्रम प्रस्तुत किया।

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -
Google search engine

Most Popular

Recent Comments

Translate »