पुलिस ने प्रेम पत्र भेजा है जल्द ही मिलने के लिए आऊंगा: जय हिन्द
नितिन गुप्ता, मुख्य संपादक
तहलका जज्बा / रोहतक। जय हिन्द के तंबू को टूटे एक महीना ही हुआ था कि वीरवार को फिर पुलिसकर्मी नवीन जयहिन्द के तंबू में पहुंचे और नोटिस दिया। साथ ही जय हिन्द पर एक और एफआईआर दर्ज की। जयहिन्द ने नोटिस को प्रेम पत्र बताया व पढ़कर सुनाया और कहा कि मैं कानून, पुलिस, न्यायालय का पूरा सहयोग करने को तैयार हूं। अगर वे मुझे गिरफ्तार करना चाहते है, तो मैं गिरफ्तारी देने के लिए भी तैयार हूं। जयहिन्द का कहना है कि जिस तरह से मुझे ये नोटिस दिए जा रहे है मैने यहां कोई कब्जा नहीं किया। झोंपड़ी डालने से कोई कब्जा नहीं होता, हमने यहां कोई बिल्डिंग नहीं बना रखी। मैं कब्जे छुड़वाने वाला आदमी हूं न कि कब्जे करने वाला।
मैं डीसी व एसपी साहब को ये कहना चाहता हूं कि यहां पेड़ों के नीचे पूरे प्रदेश से लोग अपनी-अपनी समस्याएं लेकर हमारे पास आते है, हम उनकी समस्याएं सुनते है और उनके मुद्दे उठाते है। अगर लोगों की समस्याएं सुनना और उनके मुद्दों की आवाज उठाना अपराध है तो ये अपराध होते रहेंगे। हम सरकार व प्रशासन से यह कहना चाहते है कि एक तरफ तो सरकार, प्रधानमंत्री जी व मुख्यमंत्री जी ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाने को कहते है, यहां तक कि पेड़ों की पेंशन भी बनाई जा रही है। दूसरी तरफ विभाग द्वारा यहां पेड़ों को काटकर प्लॉट काटने की बात की जा रही है। प्लॉट धारकों को उनके प्लॉट आसपास खाली पड़ी जमीन पर भी दिए जा सकते है, तो पेड़ों को काटकर ही क्यों? एक पेड़ काटना एक आदमी को मारने के बराबर है। साथ ही जयहिन्द ने मुख्यमंत्री जी से, डीसी साहब से अपील करते हुए कहा कि उन्हें इन पेड़ों को काटकर यहां प्लॉट काटने वाले मामले पर संज्ञान लेना चाहिए और स्वयं या अपनी टीम को भेजकर इस मामले का निरीक्षण करवाना चाहिए। हम उन पेड़ों के माली है न की मालिक। इन पेड़ों की न तो कोई पार्टी है और न ही इनका कोई नेता है इसलिए हम इन पेड़ों की रखवाली कर रहे है क्योंकि हमने सालों तक पानी डालकर इन पेड़ों को बड़ा किया है।