भाकियू ने किया रोडवेज कर्मचारियों के संघर्ष का समर्थन
भारतीय किसान यूनियन (एकता-उगराहां) द्वारा कल यहां मुख्यमंत्री भगवंत मान के आवास के सामने पंजाब रोडवेज पनबस/पीआरटीसी ठेका मजदूर यूनियन द्वारा अपनी जायज मांगों को लेकर लंबे समय से चले आ रहे संघर्ष को समर्थन देने का निर्णय लिया गया है।

हिंदुस्तान तहलका / सुशील कुमार
संगरूर। भारतीय किसान यूनियन (एकता-उगराहां) द्वारा कल यहां मुख्यमंत्री भगवंत मान के आवास के सामने पंजाब रोडवेज पनबस/पीआरटीसी ठेका मजदूर यूनियन द्वारा अपनी जायज मांगों को लेकर लंबे समय से चले आ रहे संघर्ष को समर्थन देने का निर्णय लिया गया है। संगठन के प्रधान जोगिंदर सिंह उगराहां व महासचिव सुखदेव सिंह कोकरी कलां ने संयुक्त प्रेस बयान के माध्यम से यह जानकारी देते हुए आरोप लगाया कि मान सरकार द्वारा निजीकरण की साम्राज्यवादी नीति को पिछले विरोधी की तरह सभी मजदूर वर्ग पर थोपा जा रहा है। जनता सरकार है इस जनविरोधी प्रवृत्ति के विकास को रोकने वाली जी-20 इम्पीरियल समिट अमृतसर की पवित्र भूमि पर मान सरकार द्वारा 100 करोड़ के सरकारी खजाने से शाही धूमधाम से आयोजित की जा रही है। निजीकरण की नीति के तहत रोडवेज विभाग में कम वेतन पर आउटसोर्स भर्ती और किलोमीटर योजना को बंद करने तथा पूरे वेतन पर नियमित भर्ती के अलावा वेतन वृद्धि को लागू करने और संघर्ष के दौरान निकाले गये कर्मचारियों की बहाली की मांग है। पंजाब के किसानों और अन्य मजदूरों के सस्ते परिवहन के लिए भी इन मांगों का बहुत महत्व है। इसलिए संगठन 18 मार्च के धरने में सांकेतिक रूप से किसानों की भागीदारी लेगा।