पंचधातु से बनने वाली भगवान परशुराम की 51 फीट ऊंची प्रतिमा के निर्माण कार्य का अवलोकन करने पहुंचा फरीदाबाद का ब्राह्मण समाज

अरुणाचल प्रदेश स्थित परशुराम कुंड में विप्र फाउंडेशन द्वारा शीघ्र स्थापित होने जा रही भगवान परशुराम की पंचधातु से बनी 54 फीट ऊंची प्रतिमा हेतु निर्मित शास्त्र और शस्त्र के पूजन तथा मूर्ति अवलोकन हेतु मातु राम आर्ट सेंटर, बिलासपुर में मंगलवार को एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया।

पंचधातु से बनने वाली भगवान परशुराम की 51 फीट ऊंची प्रतिमा के निर्माण कार्य का अवलोकन करने पहुंचा फरीदाबाद का ब्राह्मण समाज

हिंदुस्तान तहलका / दीपा राणा
बिलासपुर। अरुणाचल प्रदेश स्थित परशुराम कुंड में विप्र फाउंडेशन द्वारा शीघ्र स्थापित होने जा रही भगवान परशुराम की पंचधातु से बनी 54 फीट ऊंची प्रतिमा हेतु निर्मित शास्त्र और शस्त्र के पूजन तथा मूर्ति अवलोकन हेतु मातु राम आर्ट सेंटर, बिलासपुर में मंगलवार को एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, जयपुर सांसद रामचरण बोहरा, विफा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राधेश्याम शर्मा गुरुजी, आईएसपीएसी की राष्ट्रीय संयोजक डॉ. हर्षा त्रिवेदी, राष्ट्रीय सचिव परमेश्वर शर्मा, मूर्तिकार नरेश कुमावत, हरियाणा के कैबिनेट मिनिस्टर पंडित मूलचंद शर्मा, हरियाणा के पूर्व शिक्षा मंत्री रामविलास शर्मा, पाटोदी विधायक सत्य प्रकाश जरवाता,भाजपा व्यवसायिक प्रकोष्ठ फरीदाबाद विमल खंडेलवाल,सुमित गौर,नीरज वशिष्ठ, अधिवक्ता राजीव वशिष्ठ जिला डिस्ट्रिक्ट कोर्ट व अन्य गणमान्य लोग मौजूद थे। जिन्होंने विफा के संस्थापक सुशील ओझा के साथ शास्त्र एवं शस्त्र पूजन में भाग लिया। कार्यक्रम का संयोजन इंटरनेशनल सोसायटी फॉर परशुराम कॉन्शसनेस द्वारा किया गया।
भाजपा व्यवसायिक प्रकोष्ठ फरीदाबाद के जिला संयोजक विमल खंडेलवाल ने बताया कि “ज्ञान, विज्ञान, और भारतीय सांस्कृतिक इतिहास में, ब्राह्मण समुदाय ने एक अद्वितीय योगदान किया है। हमें अपने ऐतिहासिक गर्व को पुनर्जीवित करने का निर्णय लेना चाहिए और एक बार फिर उत्कृष्टता की दिशा में प्रयास करना चाहिए, हमारे राष्ट्र और समाज को नई प्रगति की दिशा में अग्रणी बनाने के लिए। आज भगवान श्री परशुराम जी की कृपा से हमें धार्मिक अत्यंत अद्वितीय अवसर मिला है। कि हम उपस्थित हो सकें और मानवता के महान कारण के लिए हमारी सेवाओं को साझा कर सकें। आईएसपीएसी यानी इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर परशुराम कॉन्शसनेस का परचम के तहत, हमारी विप्र फाउंडेशन ने इस मूर्ति के प्रतिष्ठापन और प्रकटन के लिए इस कार्यक्रम का आयोजन किया है। जो कि लगभग 54 फीट की ऊंचाई में है और जो अरुणाचल प्रदेश के परशुराम कुंड में ब्राह्मण फाउंडेशन द्वारा निर्माण के अंदर है, शास्त्रों और शस्त्रों के आधार पर अबला और अवलोकन का आयोजन मातु राम आर्ट सेंटर, सी-2, दर्शना फार्म, बिलासपुर, हरियाणा में किया जा रहा है।
भगवान परशुराम कुंड को भारत में मुख्य तीर्थ स्थल के रूप में विकसित करने में शामिल विप्र फाउंडेशन देशभर के सभी सनातनियों से मूर्ति स्थापना में सहयोग लेगी, ताकि गलत धारणा को समाप्त किया जा सके कि भगवान परशुराम जी की पूजा केवल ब्राह्मणों की हो गई है। इस उपनिषदी दर्शन क्षेत्र में मूर्ति की स्थापना देश के साथ आत्मिक जुड़ाव बनाएगी, क्योंकि विप्र फाउंडेशन भ्रमण संगठन की वैश्विक संगठन है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत के मुख्य तीर्थ स्थल के रूप में भगवान परशुराम कुंड का विकसन करने में विशेष रुचि रख रहे हैं।