सूरजकुंड मेले जाने वाली बसों में रही खचाखच भीड़
अधिक भीड़ के कारण ऑटों चालक भी मनचाह किराया वसूल कर रहे है।

हिंदुस्तान तहलका / वीना शर्मा
सूरजकुंड/फरीदाबाद । वीक एंड पर सूरजकुंड जाने वालों की खासी भीड़ रही। जैसे-जैसे मेला घूमने वालों की संख्या बढती जा रही है। उसी तरह इस रोड़ पर जाम भी देखने को मिल रहा है। रविवार को दोपहर होते होते सड़क पर लंबा जाम लगना शुरू हो गया। ऐसे में लोगों को मेला स्थल तक पहुंचने के लिए जाम के साथ-साथ परेशानियों से जूझना पड़ा। निजी वाहनों के अलावा भी लोग मेला स्थल तक पहुंचने के लिए ऑटों व बसों का प्रयोग कर रहे है। रविवार छुटटी के दिन लाखों की संख्या में लोग मेला देखने पहुंचे। पार्किंग व्यवस्था भी पूरी तरह चरमराई नजर आई। लोगों को अपनी गाड़ियां खड़ी करने के लिए खासी मशक्कत करनी पड़ी। चिलचिलाती धूप में मेला परिसर में पहुंचने में लोगों का दिक्कतें झेलनी पड़ी। इसके बावजूद भी मेला देखने का उत्साह लोगों में बरकरार बना रहा। लोगों को मेला स्थल तक पहुंचने के लिए घंटां जाम का सामना करना पड़ा। सड़कों पर घंटों वाहन रेंगते रहे। टिकट काउंटरों पर भी टिकट खरीदने वालों की भीड़ बनी रही।
बसों व ऑटों से सूरजकुंड मेले परिसर तक जाने वाले लोगों को कई मीटर पैदल सफर तय करना पड़ रहा है। अधिक भीड़ के कारण ऑटों चालक भी मनचाह किराया वसूल कर रहे है। इतना ही नहीं क्षमता से अधिक सवारियां भी भरकर ऑटों चल रहे हैं। बस अडडे के अलावा एनआईटी के मुख्य चौराहों से भी आसानी से ऑटों की सुविधा उपलब्ध हो रही है। जिसे देखकर कहा जा सकता है कि सूरजकुंड मेले ऑटो चालकों की भी पौं बहार हो रही है।
रविवार को मेले जाने वाली बसों में खचाखच भीड़ बनी रही। हर घंटे बसों की व्यवस्था होने के बावजूद भी लोगों को बस की सुविधा उपलब्ध नहीं हो पाई। लोगों को घंटों बसों को इंतजार करते हुए देखा गया। बसों में अधिक भीड होने के कारण बसें एनआईटी की बजाए सीधे बल्लभगढ से बड़खल फलाईओवर होते हुए मेला परिसर परिसर पहुंच रही। जबकि तिलकनगर जाने वाली बसों में भी सवार होकर लोग मेल परिसर पहुंच रहे हैं। हालांकि यह बस परिसर में अंदर न जाकर बाहर रोड़ पर ही उतार रही है। हर आयु वर्ग के लोगों में मेला घूमने का क्रेज बना हुआ है। जबकि अधिक भीड़ से शिल्पकारों व काश्तकारों के चेहरों पर रौनक बनी हुई है। सैलानियों की अधिक भीड़ में सुरक्षा व्यवस्था में तैनात सुरक्षा कर्मियों को भी खासी मशक्त करनी पड़ रही है। ट्रैफिक व्यवस्था हो या फिर लाखों पर्यटकों की सुरक्षा सुरक्षा कर्मी हर प्रकार से चौंकस नजर आए।
बता दे कि अंतरर्राष्ट्रीय सूरजकुंड मेला परिसर में शिल्पकारों ओर काश्तकारों की कृतियां सैलानियों को बेहद पंसद आ रही हैं। मेला परिसर में देसी व विदेशी व्यंजनों के फूड स्टॉल के अलावा विभिन्न देशों की संस्कृतिक झलकियां पर्यटकों को बेहद लुभा रही हैं। लोग अपनी मनपंसद चीजां को खरीदने के लिए मोलभाव भी करते नजर आए।