सीएम मनोहर ने की सिसाना गौशाला को पशु शेड निर्माण के लिए 70 लाख देने की घोषणा
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सोनीपत के गांव सिसाना की गौशाला में आयोजित 121वें वार्षिक उत्सव में बोलते हुए कहा कि गौ सेवा हमारी सबसे प्राचीन संस्कृतियों में से एक है,जिसका वर्णन इतिहास में भी मिलता है

नितिन गुप्ता, मुख्य संपादक
हिंदुस्तान तहलका / सोनीपत। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सोनीपत के गांव सिसाना की गौशाला में आयोजित 121वें वार्षिक उत्सव में बोलते हुए कहा कि गौ सेवा हमारी सबसे प्राचीन संस्कृतियों में से एक है,जिसका वर्णन इतिहास में भी मिलता है। यही नहीं गौ माता का वर्णन भगवान श्री कृष्ण के समय में भी मिलता है जब भगवान श्री कृष्ण ने गोवर्धन पर्वत को उठाने के समय में गौ माता का अभिषेक करवाया था और उसी दिन को गोपाष्टमी के दिन के रूप में पूजा जाता है।
उन्होंने इस मौके पर सिसाना गौशाला को इसी साल में 51 लाख रुपए बतौर अनुदान देने की भी घोषणा की और कहा कि इससे पूर्व में भी 42 लाख रुपए इस गौशाला को अनुदान राशि के रूप में दिए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि इस गौशाला में 7 हजार तक गोवंश के लिए यथावत अनुदान दिया जाएगा। 7 हजार से ऊपर के एक हजार गोवंश के लिए सिसाना में ही 16 एकड़ में स्थापित शेड के लिए 70 लाख रुपए भी गौशाला को दिए जाएंगे। यही नहीं गौ सेवा आयोग की ओर से 25 एकड़ में अनुसंधान केंद्र भी स्थापित किया जाएगा जिसमें देशी नस्ल की गाय की प्रजाति को आगे बढ़ाने,गौ मूत्र और गोबर इत्यादि पर शोध केंद्र बनाया जाएगा। गौशाला समिति की ओर से मुख्यमंत्री मनोहर लाल को पगड़ी और स्मृति चिन्ह भी प्रदान किया गया। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सिसाना गौशाला में गायों को ग्रास खिलाकर उनकी सेवा की।
प्रदेश में 215 गौशालाएं बढ़कर 649 हो गई
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने अपने संबोधन में कहा कि गाय का दूध हम सबके लिए बहुत ही लाभकारी है। उन्होंने सिसाना गांव की गौशाला की प्रशंसा करते हुए कहा कि इस गौशाला को 1902 में पंडित हरनाथ ने स्थापित किया था और 1978 में 61 गांवों की पंचायतों ने इस गौशाला को चलाने के लिए अपना योगदान दिया। यही नहीं सरकारी अनुदान भी इस गौशाला को कई बार दिया जा चुका है। उन्होंने सभी से आह्वान किया कि वह अपनी गौशालाओं में गौवंश का पूरा लेखा-जोखा रखें ताकि उसी आधार पर अनुदान भी सरकार दे सके। उन्होंने कहा कि हरियाणा प्रदेश में 2014-15 में 215 गौशालाएं थी जो कि अब बढ़कर 649 हो गई है। उन्होंने कहा कि जो पशुधन सड़कों पर है सभी गौशालाएं उन्हें लेने के लिए आगे आए क्योंकि इससे दुर्घटना भी होती है और कई बार जान भी चली जाती है। इसके लिए प्रदेश सरकार पूरा सहयोग करेगी। प्रदेश सरकार ने गोचरण की जमीन पर नई संस्थाओं को गौशालाएं खोलने के लिए आमंत्रित किया है। इसके लिए सरकार पर्याप्त धन इत्यादि भी देगी और यदि कोई पुरानी गौशाला विस्तारीकरण के तहत आगे बढ़ना चाहती है तो उसे भी पर्याप्त रूप से अनुदान दिया जाएगा।
बाहरी गौवंश को रखने के लिए एक समिति बनाएं
उन्होंने कहा कि वर्तमान में गौशालाओं में लगभग साढे 35 हजार गौवंश हैं। इसी तरह सिसाना गौशाला ने भी एक हजार अतिरिक्त बाहरी गौवंश को रखने की सहमति दी है। इसके अलावा भी यदि बाहरी गोवंश को गौशाला में रखा जाएगा तो उसके लिए भी विशेष रूप से ग्रांट जारी की जाएगी। उन्होंने सोनीपत की सभी गौशालाओं को आह्वान किया कि वह बाहरी गौवंश को रखने के लिए एक समिति बनाएं। सरकार इसमें पूरी मदद करेगी। उन्होंने कहा कि गौशालाओं को आर्थिक मदद देने के लिए सरकार ने बिजली के बिल को भी ₹2 प्रति यूनिट किया है जो कि पहले ₹8 प्रति यूनिट था। उन्होंने गौशालाओं को आह्वान किया कि वह अपने यहां दूध,गोमूत्र, गोबर इत्यादि से संबंधित इंडस्ट्री भी लगाने का प्रयास करें। उनसे बने उत्पादों की बिक्री के लिए सरकार आगे आएगी।
इस मौके पर विधायक मोहनलाल कौशिक व गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष श्रवण कुमार गर्ग सहित बड़ी संख्या में गौभक्त उपस्थित थे।