कांग्रेस विधायक मामन खान की फिर बढ़ी मुसीबत, कोर्ट ने फिर दो दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा
हरियाणा की नूंह हिंसा के आरोपी कांग्रेस विधायक मामन खान पर पुलिस का शिकंजा कस गया है।

हिंदुस्तान तहलका / राकेश वर्मा
नूंह। हरियाणा की नूंह हिंसा के आरोपी कांग्रेस विधायक मामन खान पर पुलिस का शिकंजा कस गया है। रविवार को उनका रिमांड पूरा हुआ तो तकरीबन 12:20 पर उनको सीजेएम कोर्ट में लाया गया। ड्यूटी मजिस्ट्रेट सीजेएम जोगिंदर सिंह की कोर्ट में पेश किया। तकरीबन आधा घंटे की बहस के बाद अदालत में उनका तीन नए मुकदमें में पुलिस ने पूछताछ के लिए पांच दिन का रिमांड मांगा। अदालत ने दो दिन के पुलिस रिमांड पर विधायक मामन खान को सौंपने का फैसला सुनाया। पुलिस ने एक दूसरे केस का हवाला देते हुए कोर्ट से उनका फिर से रिमांड मांगा। कोर्ट ने दोनों पक्षों को सुनने के बाद विधायक मामन खान को फिर से 2 दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया। इसके बाद पुलिस उनको कड़ी सुरक्षा में अपने साथ ले गई।
नहीं थम रही कांग्रेस विधायक मामन खान की मुश्किलें
आपको बता दें कि यह सभी मामले बडकली चौक पर हुई हिंसा के बाद नगीना थाने में दर्ज किए गए थे। कुल मिलाकर कांग्रेस विधायक मामन खान की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। पुलिस किसी न किसी मुकदमे में उनसे पूछताछ कर उन्हें लंबे समय के लिए जेल भेजने में जुटी हुई है, लेकिन मामन खान इंजीनियर के वकील पूरी तैयारी से कोर्ट में बहस करने के लिए पहुंच रहे हैं। मामन खान इंजीनियर को फिर से निराशा हाथ लगी है।
कड़ी सुरक्षा के बीच मामन खान को कोर्ट पेश किया गया
मामन खान की पेशी को देखते हुए सुबह से ही पलवल टी पॉइंट के अलावा अडबर चौक तथा न्यायिक परिसर के मुख्य द्वार पर बैरिकेडिंग कर भारी सुरक्षा व्यवस्था के इंतजाम किए गए थे। मामन खान को भी कई गाड़ियों के काफिले के साथ भारी सुरक्षा में सीजेएम कोर्ट में ले जाया गया। उनकी पैरवी करने के लिए ताहिर हुसैन देवला, ताहिर हुसैन रुपडिया, मुजीबुर्रहमान एडवोकेट तथा कांग्रेस नेता महताब अहमद एडवोकेट पहुंच
मामन खान का हिंसा से कोई लेना देना नहीं : महताब अहमद
कांग्रेस नेता महताब अहमद एडवोकेट ने कहा कि कांग्रेस नेता का हिंसा से कोई लेना देना नहीं है। हिंसा के दिन वह गुरुग्राम में थे। उनकी कोई लोकेशन नूंह जिले में नहीं है। किसी मुकदमे से उनका कोई लेना - देना नहीं है। उसे नाजायज परेशान किया जा रहा है। अपनी नाकामी छुपाने के लिए ऐसा किया जा रहा है। चारों नाजायज केस विधायक पर बनाए गए हैं।
तीन नए मुकदमे विधायक मामन खान पर लादे गए : ताहिर हुसैन
ताहिर हुसैन देवला एडवोकेट ने कहा कि पहले सात दिन का रिमांड मांगा था और दो दिन का रिमांड दिया गया था। आज फिर पेश किया गया। तीन नए मुकदमे विधायक मामन खान पर लादे गए हैं। जिसमें 137, 148 और 150 नंबर मुकदमा शामिल है। सभी मुकदमा में एक जैसी धाराएं लगाई गई हैं। उन्होंने कहा कि चार केस में विधायक मामन खान को पेश किया है। तीन केस में जेल भेजा गया है और एक केस में दो दिन का पुलिस रिमांड दिया गया है। उन्होंने कहा कि दो दिन में पुलिस कोई सबूत नहीं जुटा पाई। पॉलिटिकल मोटिवेटेड केस में सरकार अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए जबरदस्ती विधायक को फंसाया जा रहा है। उनके खिलाफ किसी प्रकार के कोई सबूत नहीं मिले हैं और दो दिन बाद भी कोई सबूत नहीं मिलेंगे। उन्होंने कहा कि दोनों तरफ से वकीलों ने दलील दी, उसके बाद कोर्ट ने 2 दिन के लिए डिमांड पर भेजा गया है। उन्होंने कहा कि हमने एप्लीकेशन लगाई है कि रिमांड अवधि के दौरान दो वकीलों को मिलने की अनुमति दी जाए। मेडिकल कराने के लिए भी न्यायालय ने आदेश दिए हैं।
महज पॉलिटिकल मामला है :ताहिर हुसैन
ताहिर हुसैन रुपड़िया ने कहा कि सीसीटीवी फुटेज देखने हैं, लोकेशन और मोबाइल देखने हैं। कोई सबूत विधायक के खिलाफ नहीं मिला है। दो दिन के पुलिस रिमांड पर पुलिस कोई सुराग नहीं लगा पाई है। नूंह शहर की कोई लोकेशन उनकी नहीं पाई गई है। जिला नूंह की भी कोई लोकेशन उनकी नहीं है। किसी तरह का कोई मैसेज नहीं है, ना कोई कॉल डिटेल है, ना कनेक्टिविटी है, महज पॉलिटिकल मामला है। जिसकी वजह से इनको चार मुकदमों में जोड़ा गया है। उन्होंने कहा कि करीब आधा घंटा दोनों पक्षों की बहस हुई। बड़ी बारीकी से बहस हुई, लेकिन कोर्ट ने उनको दो दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। पुलिस के पास कोई सबूत नहीं है। रिकवरी पहले भी नहीं हुई थी और ना ही कोई रिकवरी हो पाएगी। सिर्फ एक मोबाइल था, जो कोर्ट में दिया जा चुका है।
कोई नई बात पुलिस की थ्योरी में नहीं है: मुजीबुर्रहमान
मुजीबुर्रहमान एडवोकेट ने कहा कि विधायक खान को पहले 149 नंबर मुकदमे में पेश किया था। उसमें रिमांड पूरा हो गया है। तीन नए मुकदमे में उनको और पेश किया गया है। इसमें पांच दिन का पुलिस ने रिमांड मांगा और दो दिन का रिमांड पुलिस को दिया है। शिकायतकर्ता नगीना गांव का रहने वाला है। मामन खान की हम पैरवी कर रहे हैं, उनके क्लाइंट का कोई नाम नहीं है। कोई नई बात पुलिस की थ्योरी में नहीं है।
विधायक मामन खान का मोबाइल और लैपटॉप पुलिस के कब्जे में
इससे पहले दो दिन की पुलिस रिमांड के दौरान मामन खान को नगीना और तावड़ू पुलिस थाने के अलावा कई जगहों पर ले जाकर पूछताछ की गई। रिमांड के दौरान पुलिस ने विधायक मामन खान के मोबाइल और लैपटॉप को कब्जे में लिया है। जिससे मोबाइल पर बातचीत-चैटिंग और लैपटॉप के जरिए सोशल मीडिया एक्सेस की फॉरेंसिक जांच की जा रही है। पुलिस को जांच में ये भी शक है कि मोबाइल और लैपटॉप से फोटो-वीडियो, कॉल और चैटिंग डिलीट की गई है। जिसे रिकवर करने की तैयारी की जा रही है। पुलिस मामन खान के टच में रहे लोगों की भी जांच कर रही है ताकि उन्हें भी हिंसा फैलाने के केस में पकड़ा जा सके। नूंह में इंटरनेट से पाबंदी हटा ली गई है। धारा 144 लागू की गई है। सभी चौक चौराहों और नाकों के अलावा कोर्ट परिसर में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।
कई केसों में आरोपी बनाए जा सकते हैं मामन खान
नूंह पुलिस के सूत्रों के मुताबिक, मामन खान को भले ही एक अगस्त को दर्ज हुई 149 एफआईआर नंबर में पकड़ा गया हो लेकिन उन्हें दूसरे केसों में भी शामिल किया जा सकता है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, मामन खान को छह केसों में नामजद किया जा सकता है। इन केसों में 42 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इसके लिए कागजी कार्रवाई की जा रही है। पुलिस ने जयपुर से गिरफ्तारी के बाद मामन खान के रिमांड के लिए जो दस्तावेज कोर्ट में दिए, उनमें भी छह एफआईआर का जिक्र किया गया है।