मेरी फसल - मेरा ब्यौरा योजना को चपत लगाने वालों पर कसने लगी नकेल

तकरीबन 50 से अधिक जालसाजों की पहचान कर उनके खिलाफ किया मुकदमा दर्ज

मेरी फसल - मेरा ब्यौरा योजना को चपत लगाने वालों पर कसने लगी नकेल

हिंदुस्तान तहलका / राकेश वर्मा
नूंह। नूंह जिले में मेरी फसल - मेरा ब्यौरा योजना को सीएससी केंद्र संचालक के साथ मिली भगत कर चपत लगाने वाले जालसाजों पर अब पात्र किसानों की शिकायत के बाद पुलिस व प्रशासन ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। फिरोजपुर झिरका एसडीएम डॉक्टर चिनार चहल ने ऐसे धोखाधड़ी करने वाले लोगों के खिलाफ पूरी तरह से सख्त दिखाई दे रही हैं। ऐसे तकरीबन 50 से अधिक जालसाजों की पहचान कर उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। इतना ही नहीं जिन सीएससी सेंटर चलाने वाले लोगों की पहचान हुई है, न केवल उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी बल्कि उनके लाइसेंस भी रद्द किए जाएंगे।

फिरोजपुर झिरका पुलिस ने बीते माह ऐसे जालसाजों पर भारतीय दंड संहिता की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया है। प्रशासन की जांच में सामने आया है कि कुछ जालसाज पात्र किसानों की जगह अपात्र व्यक्ति अपने खाते में सरकार द्वारा दी जा रही सब्सिडी को लेने का काम कर रहे थे और मोटी कमाई कर रहे थे। इसमें सीएससी केंद्र संचालकों की भी मिलीभगत होती थी। यह मामला सिर्फ अकेले फिरोजपुर झिरका खंड में नहीं है। जिले के पुनहाना, पिनगवां, नगीना, नूंह, तावडू, इंडरी लगभग सभी खंडों में चल रहा है। पिछले काफी लंबे समय से इस तरह की शिकायतें सामने आ रही थी। जिस पर अब नकेल कसना शुरू कर दिया गया है। खास बात तो यह है कि जब पात्र किसान ऐसे अपात्र किसानों से सरकार की सब्सिडी को लेकर बातचीत करते थे तो यह सीधे जान से मारने की धमकी तक भी दे देते थे। अब ऐसे लोगों का इलाज होना शुरू हो गया है। जल्द ही ऐसे लोगों को गिरफ्तार कर न केवल सलाखों के पीछे भेजा जाएगा बल्कि इनसे सरकार की दी जा रही सब्सिडी की वसूली भी की जा सकती है।