गाजियाबाद से एमटीपी किट मंगवाकर भ्रूण लिंग की जांच करने वाले डॉक्टर का भंडाफोड़
स्वास्थ्य विभाग की टीम ने खेड़ी पुल के चांदसी क्लीनिक पर मारी रेड

हिंदुस्तान तहलका/ दीपा राणा
फरीदाबाद। दिल्ली से सटे ग्रेटर फरीदाबाद के खेड़ी पुल पर रविवार को एक क्लीनिक पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने रेड मारी। इस रेड में स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ स्थानीय पुलिस भी शामिल थी। टीम को सूचना मिली थी कि क्लीनिक पर फर्जी तरीके से भ्रूण लिंग की जांच होती थी। रेड से दौरान फर्जी डॉक्टर झांसा देकर फरार हो गया। पुलिस ने स्वास्थ्य विभाग की शिकायत पर फर्जी डॉक्टर के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया।
फरीदाबाद के सीनियर मेडिकल ऑफिसर कम पीएनडीटी के नोडल अधिकारी डॉक्टर मान सिंह ने बताया कि सिविल सर्जन को गुप्त सूचना मिली थी कि खेड़ी पुल स्थित चांदसी क्लीनिक है, जिसे एक फर्जी डॉक्टर विनोद चलता है और अपने क्लीनिक पर भ्रूणों के लिंग की जांच करता है और यह सिलसिला करीब १५ सालों से चलता आ रहा है। उसके बाद फरीदाबाद स्वास्थ्य विभाग और गुरुग्राम स्वास्थ्य विभाग की संयुक्त टीम गठित की गई। टीम में गुरुग्राम के डॉ. हर्ष कुमार और डॉ.चित्रा शामिल रहे।
पीएनडीटी के नोडल अधिकारी डॉक्टर मान सिंह ने बताया कि उनकी अगुवाई में टीम ने एक फर्जी मरीज को उसके पास सरकारी 5 सौ रूपये देकर भेजा गया। डॉक्टर विनोद से लिंग की जांच के लिए 500 रूपए तय किए। डॉक्टर विनोद ने मरीज से 500 रूपए लेकर उसको एमटीपी किट दी और उसके इस्तेमाल करने का तरीका भी बताया। मरीज ने टीम को इशारा किया तो पीएनडीटी के नोडल अधिकारी डॉक्टर मान सिंह और उनकी टीम चांदसी क्लीनिक पर पहुंच गई। डॉक्टर से सरकारी 500 रूपए बरामद किए। उन्होंने बताया कि लोग डॉक्टर विनोद की सिफारिश भी कर रहे है की वो एक अच्छा डॉक्टर है। जबकि लोगों को पता ही नहीं है की कोई अनपढ़ डॉक्टर उनका इलाज कर रहा है। उन्होंने बताया कि मौके से एक एमटीपी किट बरामद हुई है और खेड़ी पुलिस चौकी में मामला दर्ज करा दिया गया है।
डॉ. हर्ष कुमार ने बताया कि जब मैं उससे पूछताछ के दौरान क्लीनिक में रखा सामान चैक कर रहा था, तो मौका पाकर फर्जी डॉ. विनोद कुमार वहां से भागा गया। उन्होंने बताया कि वो खुद भी डॉ. विनोद के पीछे भागे और उसको पकड़ लिया। जब उन्होंने फर्जी डॉक्टर को पकड़ा तो स्थानीय लोगों ने उसको छुड़ा दिया और वो वहां से फिर फरार हो गया। उन्होंने बताया कि फर्जी डॉ. विनोद ने भी कबूला है कि वो गाजियाबाद से एमटीपी किट मंगवाता था।
डॉ.चित्रा का कहना है कि लोगों को अपनी मानसिकता बदलनी होगी। इसके लिए डॉक्टर और लोगों को मिलकर काम करना होगा। बेटी बचाओ और बेटी पढ़ाओ पर इसी प्रकार कार्य किया जाता रहेगा।