युवा पीढ़ी को संस्कारवान बना रहे गुरुकुल -राज्यपाल दत्तात्रेय

गुरुकुल के छात्रों के अद्भुत व्यायाम प्रदर्शन से प्रसन्न होकर स्वैच्छिक कोष से 25 लाख की राशि भेंट की

युवा पीढ़ी को संस्कारवान बना रहे गुरुकुल -राज्यपाल दत्तात्रेय

नितिन गुप्तामुख्य संपादक

हिंदुस्तान तहलका/ कुरुक्षेत्र। गुरुकुलों की श्रृखला के माध्यम से आचार्य देवव्रत युवा पीढ़ी को संस्कारवान बनाकर न केवल समाज में नई जागृति लाने का सराहनीय कार्य कर रहे हैं अपितु उनके गुरुकुल के ब्रह्मचारी एनडीएआईआईटीएनआईटी नीट जैसे महत्त्वपूर्ण परीक्षाओं में अव्वल नंबर लेकर अपने सुनहरे भविष्य की ओर कदम बढ़ा रहे हैं। उक्त शब्द आज गुरुकुल कुरुक्षेत्र के 111वें वार्षिक महोत्सव में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने कहे। उन्होंने कहा कि गुरुकुल कुरुक्षेत्र के वर्तमान स्वरूप के पीछे यदि किसी व्यक्ति की दूरदर्शी सोच और दृढ़ इच्छाशक्ति कार्य कर रही है तो वह आचार्य देवव्रत जी है क्योंकि उन्होंने अपने जीवन के महत्त्वपूर्ण 35 वर्ष इस गुरुकुल को फर्श से अर्श तक पहुंचाने में अर्पण कर दिये। उनके कुशल मार्गदर्शन में आज गुरुकुल कुरुक्षेत्र देशभर के शिक्षण संस्थानों के लिए प्राचीन एवं आधुनिक शिक्षा पद्धति का अनुपम उदाहरण बना हुआ है। समारोह की अध्यक्षता गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने की जबकि समारोह में आर्य प्रतिनिधि सभा हरियाणा के प्रधान सेठ राधाकृष्ण आर्यगुरुकुल के प्रधान राजकुमार गर्गनिदेशक ब्रिगेडियर डॉ. प्रवीण कुमारप्राचार्य सुबे प्रतापव्यवस्थापक रामनिवास आर्यमुख्य संरक्षक संजीव आर्यआचार्य दयाशंकर सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे। मंच का सफल संचालन रवि शास्त्री द्वारा किया गया।

समारोह में गुरुकुल के ब्रह्मचारियों द्वारा प्रस्तुत किये गये मल्लखम्भयोगासनसूर्य नमस्कारजिन्मास्टिककल्लरी आदि कार्यक्रमों की मुक्तकंठ से सराहनासाथ ही महोत्सव में आमंत्रित करने के लिए गुरुकुल प्रबंधन सहित आचार्य देवव्रत जी का आभार व्यक्त किया और अपने स्वैच्छिक कोष से गुरुकुल को 25 लाख की प्रोत्साहन राशि भेंट करने की घोषणा की।

समारोह की अध्यक्षता कर रहे गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने कहा कि गुरुकुल में बच्चों को संस्कारअनुशासन और नैतिक शिक्षा का ऐसा पाठ पढ़ाया जाता है जिससे वे बुढ़ापे में अपने माता-पिता के लिए संबल बनेउनके बुढ़ापे की लाठी बने। हर अभिभावक यह चाहता है कि उनकी आने वाली पीढ़ी उन्नत संस्कारवान बनेंराज्यपाल पद की जिम्मेदारी होने के बावजूद गुरुकुल के एक-एक बच्चे के सर्वांगीण विकास के लिए समय-समय पर गुरुकुल के अधिकारियोंअध्यापकों से चर्चा होती है। उन्होंने कहा कि हमारा ध्येय है कि बच्चों को उत्तम शिक्षास्वास्थ्यसुरक्षा और संस्कार प्रदान कर उन्हें राष्ट्र सेवा के लिए समर्पित करें। उन्होंने बताया कि इस बार एनडीए में गुरुकुल के 71 बच्चों ने लिखित परीक्ष पास की। वहीं आईआईटीएनआईटी में 31 छात्रनीट में 3 छात्र तथा ऑलम्पियाड के लेवल-2 में गुरुकुल के निशान्तविभूूतिआदित्य आदर्श ने प्रथम श्रेणी में पास की। शिक्षा के साथ-साथ खेलों में भी गुरुकुल के छात्रों ने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया और विभिन्न प्रतियोगिताओं में श्रेष्ठ प्रदर्शन किया। गुरुकुल की इन्हीं उपलब्धियों को देखते हुए एजुकेशन वर्ल्ड ने देश की धरोहर में शामिल हरियाणा का नंबर वन विद्यालय घोषित किया है।