हिमाचल प्रदेश आर्थिक बदहाली के दौर में : मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू

मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा है कि हिमाचल प्रदेश आर्थिक बदहाली के दौर से गुजर रहा है और इसके लिए पूरी तरह से भाजपा जिम्मेदार है

हिमाचल प्रदेश आर्थिक बदहाली के दौर में : मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू

हिंदुस्तान तहलका / मोहित कोछड़

शिमला। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा है कि हिमाचल प्रदेश आर्थिक बदहाली के दौर से गुजर रहा है और इसके लिए पूरी तरह से भाजपा जिम्मेदार है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार प्रदेश की खस्ता हालत पर बजट सत्र में श्वेत पत्र ला रही है। वे आज विधानसभा में विपक्ष द्वारा विधायक क्षेत्र विकास निधि का मुद्दा उठाए जाने के जवाब में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि इस समय प्रदेश के हर व्यक्ति पर लगभग एक-एक लाख रुपये का कर्ज है।मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने सत्ता संभालने के बाद प्रदेश की आर्थिक स्थिति का आकलन किया और पाया कि पूर्व सरकार ने अपने कार्यकाल के अंतिम वर्ष में 920 संस्थान बिना बजट के खोल दिए। उन्होंने कहा कि हमने उस व्यवस्था को देखा और व्यवस्था परिवर्तन की ओर चल पड़े।मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने विधायक क्षेत्र विकास निधि को बंद नहीं किया, बल्कि रोकी है। उन्होंने कहा कि यह निधि इसलिए रोकी है, क्योंकि पूर्व सरकार ने छठे वेतन आयोग की सिफारिशें तो लागू कर दी, लेकिन कर्मचारियों को 11 हजार करोड़ रुपये का एरियर नहीं दिया। यही नहीं, 992 करोड़ रुपये की डीए की किस्त भी अभी लंबित है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की मौजूदा आर्थिक परिस्थितियों के अनुसार फैसले लेना और वित्तीय अनुशासन अपनाना जरूरी हो गया है।

मुख्यमंत्री ने विपक्ष के काम रोको प्रस्ताव को विधायक क्षेत्र विकास निधि से जोड़े जाने को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया और कहा कि आज तक इस मुद्दे पर कभी भी काम रोको प्रस्ताव नहीं आया। उन्होंने कहा कि यदि चालू वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में प्रदेश की आमदनी ठीक रही तो सरकार इस निधि को बहाल करने पर विचार करेगी।सुखविंदर सिंह सुक्खू ने चंडीगढ़ और दिल्ली में कर्मचारियों और अधिकारियों को रियायती दरों पर आवासीय सुविधा उपलब्ध करवाने का बचाव किया और कहा कि ये लोग सरकार के काम से ही वहां जाते हैं। उन्होंने कर्मचारियों को लेकर इस तरह की टिप्पणी के लिए नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर की आलोचना की। उन्होंने कहा कि विधायक क्षेत्र विकास निधि को लेकर काम रोको प्रस्ताव लाना इस बात का सबूत है कि भाजपा विपक्ष में बैठकर तड़प रही है और ये लोग अपने चुनाव क्षेत्र में नहीं जा पा रहे हैं, क्योंकि इन्होंने झूठे वादे किए हैं।