आज के डिजिटल युग में समय के साथ चलकर ही बेहतर कल का निर्माण संभव
इस ट्रेनिंग सैशन में अन्य विधायकों के साथ डेराबस्सी के विधायक कुलजीत सिंह रंधावा ने भी भाग लिया

हिंदुस्तान तहलका / विनोद गुप्ता
जीरकपुर। पंजाब सरकार ने विधानसभा को पेपरलेस बनाने की तैयारी शुरू कर दी है। इस दिशा में आज विधानसभा में दो दिवसीय ट्रेनिंग वर्कशॉप का समापन हो गया । इस ट्रेनिंग सैशन में अन्य विधायकों के साथ डेराबस्सी के विधायक कुलजीत सिंह रंधावा ने भी भाग लिया। जानकारी देते हुए विधायक रंधावा ने कहा कि विधानसभा के समूचे काम को कागज़ रहित कर दिया गया है और अगले विधान सभा सेशन का समूचा कामकाज पूर्ण तौर पर डिजिटल और पेपरलेस तरीके से होगा। रंधावा ने बताया कि पंजाब विधान सभा में पहली बार नेशनल ई. विधान एप्लीकेशन प्रोजेक्ट लागू किया गया है। जिससे सदन की कार्यवाही मुकम्मल रूप में डिजिटाइज्ड और पेपरलेस हो गई है। विधान सभा में गुरुवार को शुरू हुई दो दिवसीय नेशनल ई. विधान एप्लीकेशन (नेवा) कान्फ्रेंस कम वर्कशाप के दूसरे सेशन के दौरान विधायकों और प्रशासनिक सचिवों को नयी प्रणाली के अंतर्गत कामकाज करने के ट्रेनिंग दी गई।
रंधावा ने कहा कि विधानसभा के स्पीकर कुलतार सिंह संधवा और मुख्यमंत्री भगवंत मान की अगवाई में विधानसभा के कामकाज को हाईटेक बनाने और आधुनिक प्रौद्यौगिकी के साथ जोड़ने के लिए डिजिटल विंग स्थापित किया गया है। उन्होंने कहा कि इस के जरिए न सिर्फ पेपर का उपयोग बंद होगा बल्कि पर्यावरण के दृष्टिकोण से पेपर बनाने के लिए हो रही पेड़ो की कटाई भी रुकेगी जिससे वातावरण को शुद्ध रखने में मदद मिलेगी। उन्होंने विधानसभा के डिजिटल होने के संबंध में पंजाब वासियों को मुबारकबाद दी और कहा कि आज के डिजिटल युग मे समय के साथ चलकर ही बेहतर कल का निर्माण संभव है। रंधावा ने कहा कि पंजाब सरकार द्वारा विधानसभा के सेशन को पहले ही लाइव कर दिया गया था। लेकिन अब इससे आगे बढ़ नेवा एप के प्रयोग से जहां सदन की कार्यवाही की लाइव वेबकास्टिंग द्वारा लोगों की भागीदारी बढ़ेगी, वहीं पंजाब विधान सभा के सचिवालय का कामकाज और भी आसान होगा। उन्होंने कहा कि विधानसभा सदस्यों की हाजिरी विधानसभा में आने के बाद लॉगिन करने के बाद ही लगेगी, बाहरी परिसर में जाकर नहीं लग सकेगी। उन्होंने कहा कि समय के साथ चलना जरूरी है।उन्होंने कहा कि सदन में पेपर भी इलेक्ट्रानिक विधि के द्वारा पेश किए जाएंगे और विधान सभा सदस्यों और स्टाफ को कागज़ रहित सहूलियतें हासिल होंगी। उन्होंने कहा कि इससे सरकार के खजाने के करीब 21 लाख रुपए की बचत होगी और 34 टन कागज बचेगा। इसके लिए 834 पेड़ों की कटाई होती है। उन्होंने विरोधियों पर तंज कसते हुए कहा कि वैसे पंजाब के लोगों ने 2022 में ही डिजिटल होने का सबूत दे दिया था जब उन्होंने पुराने सियासतदानों को घर बैठा कर आम आदमी पार्टी के 92 विधायक चुने थे और उसी कड़ी को मुख्यमंत्री भगवंत मान सरकार को अमलीजामा पहनाते हुए उसे विधानसभा में लागू कर दिखाया है।