मुख्यमंत्री की तरफ से कंडी क्षेत्र में पर्यटन को उत्साहित करने के लिए प्रयत्न और तेज करने के निर्देश

रणजीत सागर डैम, शाहपुर कंडी डैम और होश्यिारपुर जिला के कंडी क्षेत्रों के आस-पास के क्षेत्रों के विकास पर ज़ोर

मुख्यमंत्री की तरफ से कंडी क्षेत्र में पर्यटन को उत्साहित करने के लिए प्रयत्न और तेज करने के निर्देश

हिंदुस्तान तहलका / राजेश कोछड़

चंडीगढ़। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने आज सूबा सरकार के अधिकारियों को कंडी क्षेत्र में पर्यटन को उत्साहित करने के लिए उचित कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। यहां पंजाब बुनियादी ढांचा विकास बोर्ड ( पीआईडीबी) की मीटिंग की अध्यक्षता करते मुख्यमंत्री ने कहा कि सूबा सरकार रणजीत सागर डैमशाहपुर कंडी डैम और होशियारपुर जिले के कंडी क्षेत्रों के आस-पास के क्षेत्रों के विकास के लिए सख्त प्रयास  कर रही है। उन्होंने कहा कि विश्व भर के सैलानियों को इन क्षेत्रों के प्रति आकर्षित करने के लिए विशेष पर्यटन स्थान के तौर पर विकसित किया जा सकता है। भगवंत मान ने कहा कि इन इलाकों को सैर-सपाटा स्थान के तौर पर विकसित करने की बड़ी संभावनाएं मौजूद हैं जिसके लिए हर संभव प्रयत्न किये जाएंगे।

मुख्यमंत्री ने अफसोस जाहिर किया कि पिछली सरकारों की लापरवाही के कारण विकास पक्ष से यह क्षेत्र अब तक नजरअंदाज रहे हैं। भगवंत मान ने कहा कि इन क्षेत्रों में सैर-सपाटे की अथाह संभावनाओं का लाभ उठाया जाना चाहिए जिससे प्राकृतिक सुंदरता वाले इन मनमोहक स्थानों की तरफ सैलानियों को आकर्षित किया जा सके।

मुख्यमंत्री ने आधिकारियों को समूचे क्षेत्र के विकास के लिए विस्तृत योजना तैयार करने के लिए कहा जिससे सूबे में सैर-सपाटा क्षेत्र को बड़ा प्रोत्साहन दिया जा सके। उन्होंने कहा कि यह इलाका कुदरती स्त्रोतों के साथ लबरेज़ है जो विश्वभर के सैलानियों को अपने प्रति आकर्षित कर सकता है। भगवंत मान ने कहा कि इस क्षेत्र में आर्थिक गतिविधियों को प्रोत्साहन देना समय की ज़रूरत है जिससे लोगों की जीवन शैली में तब्दीली आ सके।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सूबा सरकार ने जल-क्रीडा को उत्साहित करने के लिए वाटर एडवेंचर टूरिज्म नीति को पहले ही हरी झंडी दे दी है जिसको यहां भी लागू किया जा सकता है। भगवंत मान ने उम्मीद ज़ाहिर की कि वह दिन दूर नहींजब बुनियादी ढांचो का विकास करने के बाद यह क्षेत्र देशभर में सैलानियों का केंद्र बन जायेगा। उन्होंने कहा कि यह क्षेत्र पंजाब को अंतरराष्टरीय पर्यटन के नक्शे पर उभारने में सहायक हो सकता है।