कोई पाप है ये या पोषण की कमी ?
कोरोना महामारी का दिखा जबरदस्त असर... कुष्ठरोगियों की संख्या बढ़ी

हिंदुस्तान तहलका / हिमानी रानी
मुंबई। हमारे समाज में माना जाता है कोढ़ की बीमारी को शाप या भगवान द्वारा दिया गया दंड माना जाता रहा है। लेकिन ऐसा नहीं है... भले ही उस काल में ऐसा रहा हो लेकिन आज के समय में कुष्ठ रोग लाइफस्टाइल और पोषण की कमी से जुड़ी एक समस्या है। कोढ़ की बीमारी उन लोगों पर जल्दी हावी हो जाती है, जिनके शरीर में पोषण की कमी होती है कुष्ठ्रोग उन्मूलन की रणनीति बना रही सरकार को जोर दार झटका लगा है। कोरोना महामारी के बाद रिसर्च में पता चला है कि राज्य में कुष्ठरोगीयों की संख्या लगातार बढ़ रहे है। चंद्रपुर जिले में कुष्ठ रोग्यिओं की संख्या बढ़ती जा रही है। कुष्ठरोगी लगातार बढ़ने से इनकी समस्या से जुडी प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान स्वास्थ्य मंत्री डॉ. तानाजी सावंटने बताया कि सावंत ने बताया कि राज्य में कोरोना संक्रमण के बाद नए सिरे से कुष्ठ रोगिओं की पहचान की मुहीम चालू की थी। जो रोगी कुष्ठ रोग से पीड़ित है,या पहले थे, उन रोगियों को रोज़गार दिलाने क लिए सरकार उच्च स्तर पर निरंतर प्रयास कर रही है |