नाभा जेल ब्रेक मामले में आरोपी की मदद करने वाला आरोपी गिरफ्तार
सीसीटीएनएस का एडीशनल डायरेक्टर जनरल बनकर जेल से ही चला रहा था रैकेट

हिंदुस्तान तहलका / मोहित कोछड़
लुधियाना। लुधियाना पुलिस को एक बड़ी कामयाबी मिली है जिसमें साइबर सेल की मदद से लुधियाना पुलिस ने सेंट्रल कमांडेंट और डिप्टी कमांडेंट बनने का झांसा देने वाले आरोपी का भंडाफोड़ किया है। जांच के बाद आरोपी पंकज सूरी से पूछताछ और साइबर सेल द्वारा तकनीकी पूछताछ में खुलासा हुआ कि मास्टरमाइंड अविलोक विराज जो संगरूर जेल में बंद है, जेल के अंदर रैकेट चला रहा था। आरोपी ने फर्जी आर्मी ऑफिसर बनकर ऑनलाइन वॉलंटियर्स से फॉर्म भरकर बैंक में ऑनलाइन 999 रुपए निकलवाकर सैकड़ों लोगों से ठगी की है। अब तक सैकड़ों लोग शिकार हो चुके हैं और लुधियाना पुलिस और साइबर सेल की मदद से इस घोटाले का पर्दाफाश किया गया है।पुलिस कमिश्नर मंदीप सिधु ने कहा कि आरोपियों ने जीमेल पर जो अकाउंट बनाए थे, वे बिल्कुल आधिकारिक वेबसाइट की तरह बनाए गए थे ताकि ऐसा लगे कि यह वास्तव में एक वेबसाइट है। पुलिस कमिश्नर ने बताया कि आरोपी व्हाट्सएप पर फर्जी कॉल कर एडीजीपी सीसीटीएनएस सेंट कमांडेंट और डिप्टी कमांडेंट बनकर पीड़िता से ठगी करता था। आरोपी एक फार्म भरने के एवज में सभी से 999 रुपये वसूल करता था जिन से जांच पड़ताल की जा रही है. नाभा जेल ब्रेक मामले में आरोपी की मदद करने वाला आरोपी है।