करीब 30 साल पुरानी चार्मवुड विलेज और इरोज अपार्टमेंट का रास्ता हुआ सील , चला निगम का पीला पंजा

नगर निगम लगातार जमीन अतिक्रमण पर कार्यवाही कर रही है। इसी के तहत दिल्ली से सटे फरीदाबाद सूरजकुंड रोड के चार्मवुड विलेज और इरोज अपार्टमेंट में जाने वाले करीब 30 साल पुराने रास्ते को नगर निगम ने सील कर दिया।

करीब 30 साल पुरानी चार्मवुड विलेज और इरोज अपार्टमेंट का रास्ता हुआ सील , चला निगम का पीला पंजा

फरीदाबाद (हिंदुस्तान तहलका- काजल चंदेल ) : नगर निगम लगातार जमीन अतिक्रमण पर कार्यवाही कर रही है। इसी के तहत दिल्ली से सटे फरीदाबाद सूरजकुंड रोड के चार्मवुड विलेज और इरोज अपार्टमेंट में जाने वाले करीब 30 साल पुराने रास्ते को नगर निगम ने सील कर दिया। यही नहीं निगम के दस्ते ने गेट सील करने के साथ उस रास्ते को भी खोद दिया। गेट की बाहर की सड़क को खोद दिया गया ताकि कोई भी उस सड़क का इस्तेमाल ना कर सके। रास्ता बंद होने से स्थानीय लोगो को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा रहा है। 

लोगो को इस रस्ते के बाद होने से पानी की समस्या भी उत्पन हो रही है। फरीदाबाद नगर निगम ने एसडीओ, ड्यूटी ऑफिसर निगम के XEN जेपी वधवा की देख रेख में तोड़फोड़ हुई। इस दौरान स्थानीय लोगों और निगम अधिकारियों की बहस भी हुई। दरअसल, चार्मवुड विलेज के अंदर कई रिहायशी सोसायटी बनाई गई है। विलेज के अंदर जो सड़क बनवाई गई है वो सीधा दिल्ली जाती है। लोग कई सालों से लोग इस सड़क का इस्तेमाल दिल्ली आवागमन के लिए करते थे। मगर बुधवार को फरीदाबाद नगर निगम ने अतिक्रमण हटाओ अभियान के तहत चार्मवुड विलेज पहुंचा। निगम के अधिकारी ने बताया कि यह जगह नगर निगम की है और ये सड़क निगम की जमीन पर बनाई गई है।  इस सोसायटी ने इस सड़क को बनाने से पहले नगर निगम से कोई परमिशन नहीं ली है और ना ही किसी तरह का कोई फंड जमा करवाया गया ।

नगर निगम अधिकारी का यह भी कहना है कि सड़क निर्माण के बाद नगर निगम द्वारा चार्मवुड विलेज सोसाइटी को कई बार नोटिस भी दिया गया था कि  वह सड़क के इस्तेमाल के लिए तमाम कानूनी कार्यवाही पूरी करे। मगर नोटिस मिलने के बावजूद उन्होंने इसका पालन नहीं किया गया।  जिसके बाद नगर निगम ने सोसाइटी के मैन गेट को सील कर दिया साथ  ही गेट के बाहर की सड़क को भी खोद दिया गया।  

वही इस मामले में सुप्रीम कोर्ट के एडवोकेट और उद्वारिया टावर RWA  के प्रधान  महेंद्र गुप्ता का कहना है कि हमे कोई नोटिस नहीं दिया गया। यदि आपकी ज़मीन पर हमारा घर भी है। तो आपको हमे घर से निकलने के लिए रास्ता देना होगा। बारिश के मौसम में यह पानी भर जाता है तो हमारी गाड़िया बंद हो जाती है। रास्ते को बंद करने से उन्हें पानी की दिक्क्त भी हो रही है। क्योकि पानी का टैंकर नहीं आ सकता है। उन्होंने बताया की यहां 4 बड़े स्कूल भी है। रास्ता बंद होने से बच्चों को स्कूल जाने में परेशानी होगी। आज जो बच्चे स्कूल आए है वो अब घर कैसे जाएंगे। इसके अलावा यहां 350 बेड का अस्पताल भी है।