आशा वर्कर्स ने महीनो से एकमुश्त राशि ना मिलने पर जिला अस्पताल में किया प्रदर्शन , सरकार पर शोषण करने का लगाया आरोप

आज जिला फरीदाबाद में आशा वर्करों ने BK अस्पताल पर सीएमओ को ज्ञापन दिया प्रदर्शन की अध्यक्षता प्रधान हेमलता गोयल संचालन जिला सचिव सुधा ने किया प्रदर्शन

आशा वर्कर्स ने महीनो से एकमुश्त राशि ना मिलने पर जिला अस्पताल में किया प्रदर्शन , सरकार पर शोषण करने का लगाया आरोप

आज जिला फरीदाबाद में आशा वर्करों ने BK अस्पताल पर सीएमओ को ज्ञापन दिया प्रदर्शन की अध्यक्षता प्रधान हेमलता गोयल संचालन जिला सचिव सुधा ने किया प्रदर्शन में सीटू के प्रधान निरंतर पाराशर विरेंद्र सिंह डंगवाल ने आशा वर्करों को संबोधित करते हुए कहा कि ग्लोबल हेल्थ लीडर आशा वर्कर को हरियाणा सरकार स्वास्थ्य विभाग मिलकर प्रताड़ित कर रहे हैं । आज पूरे प्रदेश में आशा वर्कर्स अपने मांगो समस्याओं और सरकार की प्रताड़ना के विरोध में प्रदर्शन  करके हरियाणा सरकार के नाम ज्ञापन दे रही है l

कोरोना महामारी के दौरान आशा वर्कर्स ने अपनी जान जोखिम में डालकर जनता की सेवा की फ्रंटलाइन वर्कर बनकर कर कार्य किया l कोरोना महामारी के दौरान आशा वर्कर्स ने अपनी जान जोखिम में डालकर जनता की सेवा की है ।  महामारी में आशा वर्कर के कार्य की सराहना पूरी दुनिया में की जा रही है यही नहीं (WHO)वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन  ने भारत में आशा वर्कर के कार्यों की सराहना करते हुए उन्हें  ग्लोबल हेल्थ लीडर्स के अवार्ड से सम्मानित किया है।

दूसरी तरफ केंद्र और राज्य सरकार आशा वर्कर्स का शोषण कर रही है केंद्र और राज्य सरकारें केवल कुछ प्रोत्साहन राशि देकर स्वास्थ्य विभाग के बुनियादी कार्य आशा वर्कर से करवा रही है l एक तरफ सरकार बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा बुलंद करती है और अपनी ही चलाई गई परियोजनाओं में पूरे देश में और प्रदेश में महिलाओं का शोषण कर रही है । हरियाणा में अपनी मांगों को लेकर आशा वर्कर्स लंबे समय से संघर्ष कर रही है । हरियाणा सरकार 14 दिसंबर और 3 फरवरी को स्वयं स्वास्थ्य मंत्री जी और वित्त विभाग के सचिव स्वास्थ्य विभाग के उच्च अधिकारियों के साथ मिलकर आशा वर्कर्स यूनियन के प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठकर मानदेय बढ़ाने को लेकर समझौता कर चुकी है। पिछले 4 साल से हरियाणा सरकार द्वारा आशा वर्कर के मानदेय में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है जबकि महंगाई दोगुनी हो गई है और आशा वर्कर के कार्य लगातार बढाये जा रहे हैं अनेकों प्रकार के बेगार कार्य आशा वर्कर से स्वास्थ्य विभाग द्वारा करवाए जा रही है। आशा वर्कर्स पर ऑनलाइन काम करने का दबाव बनाया जा रहा है। जिसका आशा वर्कर्स यूनियन कड़े शब्दों में विरोध करती है।

मुख्यमंत्री जी द्वारा तमाम एनएचएम कर्मियों और आशा वर्करों को करोना महामारी में कार्य करने के लिए ₹5000 एकमुश्त राशि देने की घोषणा कई महीनों पहले कर चुके हैं। सरकार अपनी की हुई घोषणाओं और समझौते को लागू नहीं कर रही है । शांतिप्रिय आंदोलनों को कुचलने के लिए हरियाणा सरकार तमाम पुलिस फोर्स का प्रयोग करती है जो अलोकतांत्रिक कार्य है अपनी मांगों और समस्याओं के समाधान के लिए आंदोलन करना जनता का अधिकार है । सरकार अपनी घोषणाओं को लागू नहीं करती और आंदोलनकारियों को बलपूर्वक झूठे मुकदमे बनाकर दबाना डरना  चाहती है। सरकार के इस असंवेदनशील रवैए को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। महामारी के दौरान जब सारे निजी अस्पताल बंद कर दिए गए थे उस वक्त में आशा वर्कर  समेत तमाम एनएचएम कर्मियों और सरकारी स्वास्थ्य सुविधाओं के बल पर जनता को महामारी से बचाने के प्रयास किए गए थे । हरियाणा सरकार ने एनएचएम कर्मियों के वेतन में जो कटौती की है आशा वर्कर्स यूनियन उसका विरोध करती है और सरकार से मांग करती है। -------कि तुरंत प्रभाव से नीति बनाकर तमाम आशा वर्कर्स समेत सभी एनएचएम कर्मचारियों को पक्का किया जाए।आशा वर्कर्स के साथ जो सरकार दो बार समझौता कर चुकी है उसका तुरंत नोटिफिकेशन जारी किया जाए। सभी सरकारी अस्पतालों में जनता के तमाम हिस्सों के लिए बेहतर स्वास्थ्य सुविधाऐ मुहैया करवाई जाए।

*प्रदेश भर में स्वास्थ्य विभाग द्वारा आशा वर्करों को प्रताड़ित करना तुरंत प्रभाव से बंद किया जाए। अगर सरकार इन मांगों और समस्याओं का समाधान नहीं करती है। 21जुलाई को प्रदेश की तमाम आशा वर्कर माननीय स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के आवास पर प्रदर्शन करेंगे और मांगे पूरी नहीं होने तक वही डर्टी रहूंगी जिसकी पूर्ण रूप से जिम्मेदारी स्वास्थ्य विभाग और हरियाणा सरकार की होगी। प्रदर्शन में neelam जोशी पूजा गुप्ता माया पूजा राठौर shushila चौधरी चंद्रप्रभा आदि ने प्रदर्शन को संबोधित किया।