केदारनाथ धाम गर्भगृह के दर्शन पर लगा प्रतिबंध हटा, बाबा के होंगे करीब से दर्शन
चार धाम यात्रा पर जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए बड़ी खबर सामने आई है। दरअसल केदारनाथ धाम में बड़ी संख्या में पहुंच रहे भक्तों के चलते गर्भगृह के दर्शनों पर पाबंदी लगा दी गई थी।

केदारनाथ धाम चार धाम यात्रा पर जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए बड़ी खबर सामने आई है। दरअसल केदारनाथ धाम में बड़ी संख्या में पहुंच रहे भक्तों के चलते गर्भगृह के दर्शनों पर पाबंदी लगा दी गई थी। यानी केदारनाथ जाने वाले श्रद्धालुओं को गर्भगृह में दर्शन की इजाजत नहीं थी। इस पाबंदी को अब हटा दिया है। गर्भगृह में श्रद्धालु अब प्रवेश कर बाबा के दर्शन कर सकेंगे। श्री बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने बताया कि प्रतिबंध को समाप्त कर दिया गया है। समिति की ओर से बताया गया है कि, दो साल के बाद हो रही इस यात्रा में मई और जून के दौरान रिकार्ड संख्या में श्रद्धालुओं ने दर्शन किया है। उन्होंने कहा कि उम्मीद लगाई जा रही है कि, गर्भगृह के दर्शन खुलने से बड़ी संख्या में श्रद्धालु बाबा के दरबार में हाजिरी लगाएंगे। माना जा रहा है इस फैसले के बाद बड़ी संख्या में श्रद्धालु बाबा केदारनाथ के दर्शन के लिए पहुंचेंगे।
प्रतिबंध के कारण श्रद्धालु सभा मंडप से ही बाबा केदार के दर्शन कर रहे थे। अब संख्या कम होने के बाद श्रद्धालु मंदिर के गर्भगृह में जाकर पूजा अर्चना कर सकेंगे। श्रद्धालुओं की संख्या में कमी को देखते हुए मंदिर में दर्शनों के समय में भी बदलाव किया गया है। अब श्री केदारनाथ मंदिर में सुबह चार बजे के स्थान पर पांच बजे से धर्म दर्शन शुरू हो रहे हैं। अपराह्न तीन बजे से पौने पांच बजे तक भोग, पूजा व सफाई के लिए कपाट बंद रहेंगे। शाम को श्रृंगार पूजा के बाद रात नौ बजे दोबारा कपाट बंद कर दिए जाएंगे।
इसी तरह श्री बदरीनाथ धाम में मंदिर में भगवान बदरी विशाल की अभिषेक पूजा सुबह पांच बजे से संपन्न हो रही है। ऐसे में श्रद्धालुओं की संख्या में कमी की वजह से एक बार फिर गर्भगृह को खोलने की मंजूरी दी गई है। समिति अध्यक्ष के मुताबिक, इस बार 20 जून के बाद से तीर्थयात्रियों की संख्या में कमी आई है। 20 जून से पहले रोजाना करीब 15 से 17 हजार श्रद्धालु बाबा केदारनाथ के दर्शनों के लिए पहुंच रहे थे। लेकिन अब दो से तीन हजार श्रद्धालु ही हर रोज हाजिरी लगा रहे हैं। यानी पांच से छह गुना की कमी दर्ज की गई है।