हिंदुस्तान तहलका
चंडीगढ़ | हरियाणा की सियासत में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने एक बार फिर बड़ा दांव खेला है। प्रदेश सरकार ने गुरुवार को राज्य के आठ नगर निगमों, नगर परिषदों और 72 नगर पालिकाओं में नॉमिनेटेड पार्षदों की सूची जारी कर दी। कुल 168 पार्टी कार्यकर्ताओं को नगर निकायों में जगह देकर भाजपा ने न सिर्फ संगठनात्मक मजबूती का संकेत दिया है, बल्कि शहरी क्षेत्रों में अपनी राजनीतिक पकड़ को और मजबूत करने की दिशा में एक अहम कदम उठाया है।
प्रदेश के स्थानीय निकाय विभाग की ओर से जारी अधिसूचना में प्रत्येक नगर निगम में तीन-तीन, नगर परिषदों में तीन-तीन और नगर पालिकाओं में दो-दो नामित पार्षदों की नियुक्ति की गई है। अधिसूचना आयुक्त एवं सचिव विकास गुप्ता द्वारा जारी की गई है।
इन नगर निगमों में नियुक्त हुए पार्षद
- यमुनानगर: ऊषा रानी, सीमा गुलाटी, सरदार हरभजन सिंह
- करनाल: गौरव नागपाल, उमेश परोचा, विशेष वर्मा
- पानीपत: धर्मबीर कश्यप, डॉ. गौरव श्रीवास्तव, हिमांशु बंगा
- रोहतक: रमेश बोहर, अशोक वर्मा, अनिता गर्ग
- फरीदाबाद: योगेश शर्मा, प्रियंका बिष्ट बुधनी, जसवंत सैनी
- गुरुग्राम: सचिन देवतवल, विक्रांत यादव, कृष्ण स्वामी
- मानेसर: सतदेव शर्मा, किरोड़ी तंवर, शेर सिंह
- हिसार: सुरेश जांगड़ा, गगन शर्मा, सुरजीत सैनी
नगर परिषदों व पालिकाओं में भी नियुक्तियां
सरकार ने इसके साथ-साथ 21 जिलों की 72 नगरपालिकाओं और नगर परिषदों में भी भाजपा नेताओं को नॉमिनेटेड पार्षद के रूप में नियुक्त किया है। नगर परिषदों में तीन-तीन और नगर पालिकाओं में दो-दो पार्षदों की नियुक्ति से यह स्पष्ट हो गया है कि पार्टी अब लोकल गवर्नेंस में अपनी सीधी भागीदारी सुनिश्चित करने जा रही है।
राजनीतिक मायने
इन नियुक्तियों को सिर्फ प्रशासनिक नहीं, बल्कि एक रणनीतिक राजनीतिक कदम माना जा रहा है। पार्टी ने जिन नेताओं और कार्यकर्ताओं को पार्षद बनाया है, उनमें अधिकतर वे हैं जो लंबे समय से संगठन के साथ सक्रिय रूप से जुड़े हुए हैं। इससे भाजपा को लोकल लेवल पर निर्णयों में सीधा हस्तक्षेप करने और आगामी नगर निकाय चुनावों के लिए ज़मीन तैयार करने में मदद मिलेगी।