➡सीवरेज के लिए डाली गई पाइपों से हो रही लीकेज
हिन्दुस्तान तहलका / प्रवीन कौशिक
घरौंडा – जन स्वास्थ्य विभाग द्वारा शहर में बरसाती पानी की निकासी के लिए करोड़ों रुपए की लागत से डाली गई सीवरेज व्यवस्था भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ती नजर आ रही है। विभाग द्वारा सीवरेज डालने का काम को पूरा हुए अभी मात्र एक महीना भी नही हुआ है कि सीवरेज के अंदर डाली गई पाइपों के जगह-जगह से लीक होने से दुकानदारों के इलावा आम नागरिक बुरी तरह से परेशान हो चुका है।
दरअसल, जन स्वास्थ्य विभाग द्वारा पिछले दिनों शहर के मनीराम मंडी गेट से लेकर मेन बाजार तक बरसाती पानी की निकासी के लिए अंडर ग्राउंड सीवरेज की पाइप डाली गई थी। लेकिन जिस समय विभाग द्वारा इस कार्य को शुरू किया गया था। उसी समय से दुकानदारों ने इस निर्माण कार्य को लेकर विरोध करना शुरू कर दिया था। लेकिन उसके बावजूद भी विभाग के ठेकेदार ने आनन फानन में इन पाइपों को सड़क के बीच में दबा कर अपने कार्य को इति श्री कर दिया।
मंडी मनीराम के समीप बैठे दुकानदारों का कहना है कि जिस समय विभाग द्वारा इन पाइपों को दबाया जा रहा था, उसी समय उन दुकानदारों ने इसकी गुणवत्ता के साथ-साथ गलत तरीके से किए गए कार्य के बारे में अवगत करवाया था। लेकिन ठेकेदार तो अपना कार्य पूरा करके चला गया। अब इसका खामियां जा दुकानदारों को भुगतना पड़ रहा है क्योंकि सीवरेज दबाने के एक माह बाद यह सीवरेज जगह-जगह से लीक होने शुरू हो गए। उन्होंने बताया कि जेसीबी की मशीन द्वारा सड़क खोदकर आस पास के घरों में पानी की पाइप गई हुई थी। उनको उखाड़ फेंका और एक काले रंग की प्लास्टिक की पाइप से उनको टेंपरेरी जोड़कर ऊपर से मिट्टी से दबा दिया।
दुकानदारों का आरोप है कि जो सीवरेज के मोटे पाइप सड़क के नीचे दबे हैं उनमे भी सही जगह से जोड़ पक्के नहीं किए गए हैं। जिसके कारण अब हालात यह है की जगह-जगह से सड़क से पानी निकल रहा है और यह पानी उनकी दुकानों के आगे 24 घंटे खड़ा रहता है। उन्होंने अनेक बार जन स्वास्थ्य विभाग में इसकी शिकायत की है लेकिन विभागीय अधिकारियों द्वारा खानापूर्ति के लिए सड़क को बार-बार उखाड़ जा रहा है। लेकिन यह पानी अभी तक बंद होने का नाम नहीं ले रहा।
दुकानदारों का आरोप है कि जन स्वास्थ्य विभाग की ओर से मंडी के गेट से लेकर में बाजार तक जो सड़क पाइप डालने के लिए उखड़ी गई है उनको भी सही तरीके से नहीं बिछाया गया। जिसके कारण शहर का पूरा रास्ता उबड़ खाबड़ हो गया है और आए दिन कोई ना कोई स्कूटर मोटरसाइकिल वाला इस सड़क पर चोटिल होता है।
दुकानदार अनिल ढिंगड़ा,रवि गुलाटी व अन्य का कहना है कि मंडी मनीराम गेट के सामने से विभाग ने करीब एक दर्जन बार सड़क को खोदकर पाइप ठीक करने का प्रयास किया है। लेकिन यह पाइप अभी तक भी ठीक नहीं हो पाई है। बिना बरसात के इन पाइपों से पानी कहां से आ रहा है इसके बारे में जन स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों के पास भी कोई जवाब नहीं है। दुकानदारों का कहना है कि बार-बार उनकी दुकानों के सामने खड्डे खोदने से उनका व्यापार पूरी तरह से ठप हो गया है। उनका कहना है कि जिस प्रकार से जन स्वास्थ्य विभाग द्वारा पूरे बाजार में सीवरेज दबाने का कार्य किया गया उसमें भारी मात्रा में भ्रष्टाचार की बू आ रही है क्योंकि अगर कार्य सही ढंग से किया जाता तो आज यह हालत नहीं होते।
सड़क ठीक करवाने को लेकर नगर पालिका प्रशासन भी नहीं है गंभीर
जन स्वास्थ्य विभाग द्वारा शहर की मुख्य सड़कों पर सीवरेज डालने के लिए जो सड़के उखाड़ी गई थी। नियमानुसार उनको दोबारा उसी प्रकार से ठीक करने के देना होता है। लेकिन विभाग द्वारा बड़े लापरवाही बरत्ते हुए सड़क के ऊपर इंटरलॉकिंग टाइलों को ऐसे ही उबड़ खाबड़ बिछा दिया और कार्य पूरा हुआ दिखा दिया गया। लेकिन सड़क ठीक ढंग से बनी या नहीं इसके जिम्मेवारी नगर पालिका प्रशासन की रहती है। नगर पालिका प्रशासन द्वारा आज तक भी इन सड़कों का निरीक्षण नहीं किया गया। लोगों का आरोप है कि नगर पालिका प्रशासन जानबूझकर इन सड़कों के बारे में लापरवाही व्रत रहा है क्योंकि आने वाले समय में नगर पालिका द्वारा इन उबर खाबर सड़कों का दोबारा से टेंडर लगा दिया जाएगा। जो कहीं ना कहीं सरकारी पैसे का दुरुपयोग होगा। इस बारे में नगर पालिका प्रशासन द्वारा सड़क ठीक करने को लेकर अभी तक जन स्वास्थ्य विभाग को कोई लिखित शिकायत नहीं दी है।