दिल्ली पुलिस को मिली कामयाबी, लॉरेंस बिश्नोई-गोल्डी बराड़ गैंग के दो मोस्ट वांटेड शूटर गिरफ्तार
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल/एनडीआर (नई दिल्ली रेंज) की एक टीम ने लॉरेंस बिश्नोई-गोल्डी बराड़ गैंग के दो मोस्ट वांटेड अपराधियों को गिरफ्तार किया है।

दिल्ली: पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या के मामले में दिल्ली पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल/एनडीआर (नई दिल्ली रेंज) की एक टीम ने लॉरेंस बिश्नोई-गोल्डी बराड़ गैंग के दो मोस्ट वांटेड अपराधियों को गिरफ्तार किया है। एक गिरफ्तार अपराधी का नाम अंकित है। अंकित सिद्धू मूसेवाला की हत्या में शामिल शूटर्स में से एक है। उस पर राजस्थान में हत्या के प्रयास के दो अन्य जघन्य मामले दर्ज है। दिल्ली पुलिस के स्पेशल सीपी एचजीएस धालीवाल ने बताया कि शूटरों को रविवार सुबह 11 बजे के आसपास कश्मीरी गेट बस स्टैंड के पास महात्मा गांधी मार्ग से पकड़ा था। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि सचिन भिवानी राजस्थान में लॉरेंस बिश्नोई गैंग को ऑपरेट किया करता था। वह राजस्थान के चूरू में एक जघन्य अपराध में शामिल था। उन्होंने कहा कि मौके से पकड़े जाने के वक्त स्पेशल सेल ने इन आरोपियों के पास से पंजाब पुलिस की यूनिफॉर्म के अलावा 10 जिंदा कारतूस के साथ 9 एमएम की पिस्टल और 9 जिंदा कारतूस के साथ एक 30 एमएम की पिस्टल बरामद की है।
इससे पहले स्पेशल सेल की टीम 3 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। दो मुख्य शूटर है और एक फेसिलिटेटर था। जो सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में शामिल था। दो आरोपी शूटर जिसमें से एक हरियाणा के सोनीपत के रहने वाले 26 वर्षीय प्रियव्रत उर्फ फौजी और दूसरा 24 वर्षीय कशिश उर्फ कुलदीप के रुप में पहचान हुई है। इन दोनों को 19 जून को गुजरात के कच्छ से गिरफ्तार किया गया था। पुलिस अब तक सिंगर हत्याकांड में दर्जनों आरोपियों को हिरासत में ले चुकी है। पुलिस ने इनके पास से पंजाब पुलिस की तीन वर्दी के अलावा एक 9 एमएम की पिस्टल, एक 3 एमएम की पिस्टल और डोंगल के साथ दो मोबाइल भी बरामद किए हैं। पुलिस के अनुसार, अंकित सिरसा ने सिद्धू पर गोली चलाई थी। प्रियव्रत फौजी के साथ अंकित उसकी गाड़ी में मौजूद था। शुरुआत में अंकित और फौजी दोनों एक साथ भागे थे। पुलिस प्रियव्रत को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। स्पेशल सेल ने अंकित के साथ सचिन भिवानी को गिरफ्तार किया है। भिवानी पर मूसेवाला के शूटरों को पनाह देने का आरोप है।
पुलिस ने बताया कि भिवानी राजस्थान में लॉरेंस विश्नोई गैंग का पूरा काम संभालता था। पुलिस ने इन्हें रविवार रात को 11 बजे कश्मीरी गेट के पास से गिरफ्तार किया था। इनके पास से पिस्टल के अलावा पंजाब पुलिस की तीन वर्दी भी बरामद की गई है। दिल्ली पुलिस के स्पेशल सीपी एचजीएस धालीवाल ने कहा था कि सिद्धू मूसेवाला की हत्या के दिन 4 बदमाश बोलेरो गाड़ी में थे जबकि दो बदमाश कोरोला में थे। स्पेशल सीपी ने कहा था कि सिद्धू मूसेवाला की हत्या को अंजाम देने में दो मॉड्यूल सक्रिय थे और यह कनाडा में बैठे गैंगस्टर गोल्डी बराड़ के संपर्क में थे। उन्होंने कहा था कि कशिश बोलेरो गाड़ी चला रहा था और इस गाड़ी में प्रियव्रत फौजी, दीपक मुंडी और अंकित सिरसा थे। जबकि जगरूप रूपा कोरोला गाड़ी चला रहा था और मनप्रीत मन्नू उसके साथ था।