कुल्लू में बादल फटने से तबाही 4-5 लोग लापता, 5 गाय बहीं, 140 सड़कें बंद
हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले में मणिकर्ण के पास बादल फटने से चार से छह लोग लापता हो गए।

शिमला: हिमाचल प्रदेश में कुदरत ने कहर बरपाना शुरू कर दिया है। बीती रात कुल्लू, शिमला और किन्नौर जिला में हुई भारी बारिश ने खूब तबाही मचाई। मणिकर्ण घाटी के चोझ गांव में भारी बारिश और बादल फटने से आई बाढ़ में करीब 4 से 6 लोग लापता हो गए, 5 गाय और उनके बछड़े भी पानी में बह गए हैं।
कई घरों व घ्राट को नुकसान पहुंचा है। इस दौरान कसोल-जयमाला रोड पर हुए भूस्खलन के बाद एक बचाव दल चलाल पंचायत के चोझ गांव के रास्ते में फंस गया है। बचाव अभियान के लिए दमकल और पुलिस की टीम मौके पर भेजी गई हैं। इधर भारी बारिश ने शिमला में भी कहर बरपाया है, जहां ढल्ली सुरंग के पास भूस्खलन की चपेट में आकर एक किशोर की मौत हो गई हैऔर दो अन्य घायल हुए हैं।
इसके अलावा, कुल्लू जिले की टी भुंतर तहसील के मलाणा परियोजना-द्वितीय में सुबह 7.35 बजे अचानक बाढ़ आ जाने की वजह से 25 से 30 श्रमिक एक इमारत के अंदर फंस गए थे। सभी को सुरक्षित बचा लिया गया। उधर किन्नौर थुंगी खड्ड में भी आज सुबह 8.05 बजे बाढ़ ने खूब तबाही मचाई है। वहीं शिमला में आज सुबह भूस्खलन होने से एक की मौत और दो व्यक्ति घायल हो गए। शिमला के अलग अलग क्षेत्रों में आधा दर्जन गाड़ियां मलबे में दब गई है।
हिमाचल के अधिकांश भागों में बीती रात से ही भारी बारिश हो रही है। इससे जगह-जगह भूस्खलन की घटनाएं हुई हैं। इसके बाद नेशनल हाईवे-3 कुल्लू-मनाली, शिमला-किन्नौर को जोड़ने वाले NH-5 समेत रामपुर में और चौपाल को जोड़ने वाली सड़क समेत प्रदेशभर में 160 से ज्यादा सड़कें अवरूद्ध बताई जा रही हैं। प्रदेशभर में 90 से ज्यादा विद्युत ट्रांसफार्मर भी ठप बताए जा रहे हैं।
रामपुर के ब्रुरी खड्ड में एनएच को बहाल कर दिया गया है। मौसम विभाग ने आज प्रदेश के मैदानी, कम ऊंचे और मध्यम ऊंचाई वाले इलाकों में भारी बारिश होने का ऑरेंज अलर्ट जारी कर रखा है, जबकि 9 जुलाई तक हैवी रेन का येलो अलर्ट जारी किया गया है और 10 जुलाई को भी कुछेक स्थानों पर तेज बारिश होने की चेतावनी दी गई है।
प्रदेश में मानसून ने गत 29 जून को दस्तक दी है। अच्छी एंट्री के बाद मानसून धीमा पड़ने लगा था, लेकिन बीती रात को अच्छी बारिश हुई है और आने वाले दिनों में भी अच्छी बारिश होने की संभावना है। रात को हुई भारी बारिश के बाद कई नदी-नाले उफान पर आ गए हैं। राज्य सरकार ने प्रदेशवासियों और यहां आने वाले सैलानियों को उफनते हुए नदी-नालों के समीप नहीं जाने की सलाह दी है। इसी तरह भूस्खलन संभावित क्षेत्रों में नहीं जाने की एडवाइजरी भी जारी की गई है।
लोगों को कहा गया है कि वे संभलकर ड्राइव करें। अन्य राज्यों के लोग हो सके तो अभी हिमाचल न ही आएं। उधर आनी तहसील कार्यालय के पास सड़क धंसने से एक टिपर सड़क से बाहर लुढ़क गया। इस घटना में चालक तो बाल बाल बच गया लेकिन टिपर को काफी नुकसान हुआ है।