डॉ सौरभ त्यागी को फिजियोथेरेपी क्षेस्त्र मे उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मानित किया गया

फरीदाबाद के ऐशियन हॉस्पिटल में फिजियोथेरेपी की फिजिओ कन्नेक्ट 2 नेशनल कांफ्रेंस का आयोजन हुआ,

डॉ सौरभ त्यागी को फिजियोथेरेपी क्षेस्त्र मे उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मानित किया गया

फिजियो कनेक्ट 2 नेशनल कांफ्रेंस मे डॉ सौरभ त्यागी हुए सम्मानित 

फरीदाबाद के ऐशियन हॉस्पिटल में फिजियोथेरेपी की फिजिओ कन्नेक्ट 2 नेशनल कांफ्रेंस का आयोजन हुआ, जिसमें मुख्य अतिथि केंद्रीय यूनियन मंत्री बिजली एवं हैवी इंडस्ट्रीज फॉर स्टेट्स श्री कृष्ण पाल गुर्जर, विशेष अतिथि आई पी एस अधिकारी पुलिस उपायुक्त  वीरेंदर विज, अंतर्राष्ट्रीय बॉक्सिंग चैंपियन ओलम्पियन,अर्जुन अवार्डी अखिल कुमार, पारा एफ कमांडो ट्रेनर राम कृष्णा , आई एम  ऐ  की अध्यक्ष डॉ. पुनिता हसीजा उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री सचिव संजय दीप जी रहे.

कांफ्रेंस के संयोजक व एशियन हॉस्पिटल के चेयरमैन डॉ एन  के  पांडेय ने सभी का अभिवादन किया।  
उन्होंने फ़िज़ियोथेरेपिस्ट डॉक्टरों को मेडिकल चिकित्सा सोसाइटी का एक अभिन्न अंग बताते हुए सभी आये हुए भागीदारों को सम्बोधित किया और  सभी को कोरोना के दौर में किये गए सराहनीय काम के लिए बधाई भी दी , उन्होंने बताया की फिजियोथेरेपी आज के समय की एक अहम् जरूरत है जो की बच्चो से लेकर बुजुर्गों तक सभी को स्वस्थ रखने में मदद करती है. 


बॉक्सर अखिल कुमार ने अपने खेलों का अनुभव बताते हुए कहा की फिजियोथेरेपी के बिना खिलाडी अपने लक्ष्य को आसानी से नहीं पा सकता , खिलाड़ियों को बहुत सी चोटों का सामना करना पड़ता है और फ़िज़ियोथेरेपिस्ट ही उनको फिर से खेलने के लायक बनाते है और खिलाडी को मेडल्स के लिए तैयार करते है जिसमें स्ट्रेंथ कंडीशनिंग और मैन्युअल थेरेपी बहुत कारगर है।  
कांफ्रेंस के आयोजन कर्ता चेयरमैन डॉ सर्वोत्तम चौहान , सह चेयरमैन डॉ सौरब त्यागी, सचिव डॉ भरत  भारद्वाज एवं डॉ कनिका मारकन और सह सचिव डॉ संदीप चौहान , डॉ देवेंदर राठी,डॉक्टर धीरजा बब्बर रहे।  


डॉ सर्वोत्तम चौहान ने बताया की फीजिओ कन्नेक्ट 1 का आयोजन 2019 में किया गया था लेकिन कोरोना महामारी के कारण इसको हर साल नहीं कर पाए थे लेकिन अब 2022  में यह नार्थ इंडिया की पहली ऐसी कांफ्रेंस है जिसमें वरिष्ठ ऑर्थोपेडिक्स सर्जन , वरिष्ठ न्यूरो सर्जन, वरिष्ठ न्यूरोलॉजिस्ट , फिजिशियन और देश विदेश से आये सर्जनों और फ़िज़ियोथेरेपिस्ट  स्पीकर्स ने अपना अनुभव साझा किया है, और जिसमें फिजियोथेरेपी में आये नयी तकनीकों जैसे की माइग्रेन, कमर के बढ़ते दर्द, ड्राई नीडलिंग,नर्वस रीबूट, जॉइंट रिप्लेसमेंट, स्ट्रोक जैसे एहम विषयों पर समझाया गया। कांफ्रेंस का मुख्य आकर्षण रिसर्च पेपर प्रस्तुति और  सेल्फ डिफेन्स पर हुई परफॉरमेंस रही जिसमें लाइव एन एस जी कमांडोस ने भागीदारी दिखाई।   


कांफ्रेंस में फिजियोथेरेपी फील्ड में अच्छा सराहनीय काम करने वाले डाक्टर्ज़  को अवार्ड से  सम्मानित किया गया जिससे की आने वाले समय में सबको एक प्रेरणा मिल सके और वो समाज सेवा कर सके।  


कांफ्रेंस में करीब 15  यूनिवर्सिटीज के फिजियोथेरेपी स्टूडेंट्स और फैकल्टीज ने भी भाग लिया।