हिंदुस्तान तहलका / दीपा राणा
फरीदाबाद – विद्युत मंत्रालय भारत सरकार (Ministry of Power Government of India) के राष्ट्रीय विद्युत प्रशिक्षण संस्थान (एनपीटीआई) कॉर्पोरेट कार्यालय सेक्टर – 33 में तीन सप्ताह के फाउंडेशन ट्रेनिंग प्रोग्राम के 20वें बैच का उद्घाटन समारोह आयोजित किया गया।
जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में विद्युत मंत्रालय भारत सरकार के एडिशनल सेक्रेटरी आईएएस अजय तिवारी (Additional Secretary IAS Ajay Tiwari) मौजूद रहे। जिन्होंने मां सरस्वती के सम्मुख दीप प्रज्वलित करके कार्यक्रम की शुरुआत की। इनके साथ एनपीटीआई की महानिदेशक डॉ. तृप्ता ठाकुर और प्रधान निदेशक मंजू माम (Director General Dr. Tripta Thakur and Principal Director Manju Mam) उपस्थित रहीं। कार्यक्रम के दौरान डॉ. तृप्ता ठाकुर ने एडिशनल सेक्रेटरी आईएएस अजय तिवारी का पौधा भेंट कर स्वागत किया।
भारत है वन नेशन, वन ग्रिड और वन फ्रीक्वेंसी
एडिशनल सेक्रेटरी आईएएस अजय तिवारी ने प्रशिक्षण लेने आये पावर सेक्टर के नए कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कहा कि हम बहुत जल्द तीसरे नंबर की अर्थव्यवस्था बनने जा रहे हैं। इतना ही नहीं ये भी जानकर खुशी होगी कि हम पहले से ही दुनिया में बिजली के क्षेत्र में तीसरे नंबर पर हैं। चाहे वह नवीकरणीय ऊर्जा हो या वह आज हमें मिली दुनिया की सबसे बड़ी ग्रिड हो, चाहे वह गीगावाट में बिजली उत्पादन हो, ग्रिड में हम पूरे विश्व में नंबर वन हैं।
किसी अन्य देश में इतना बड़ा एकीकृत वन नेशन, वन ग्रिड और वन फ्रिक्वेंसी नहीं है। उन्होंने कहा कि पावर सेक्टर के साथ जुड़ने का यह सही समय है, आप बहुत ही भाग्यशाली हो। हम सभी अपने प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण में जी रहे हैं। हमारे प्रधान मंत्री कहते हैं कि 2047 तक भारत विकसित भारत होगा। उन्होंने कहा कि मैं 30 साल पहले पावर सेक्टर के साथ जुड़ा था, मैंने विकसित भारत की कल्पना भी नहीं की थी।
2030 तक 500 गीगावाट का महत्वाकांक्षी लक्ष्य
एनपीटीआई महानिदेशक डॉ. तृप्ता ठाकुर ने बताया कि नवीन एवं नवीकरण उर्जा मंत्री आर के सिंह ने कहा था पावर सेक्टर के साथ जुड़ने वाले सभी नए कर्मचारियों के लिए फाउंडेशन प्रोग्राम बहुत ही जरूरी है। इस कोर्स का ये 20वां बैच है। हमने अपने इस पाठ्यक्रम में बदलाव किए हैं अब हम जनरेशन को कवर करना चाहते हैं, हम ट्रांसमिशन को कवर करना चाहते हैं, हम डिस्ट्रीब्यूशन को कवर करना चाहते हैं, हम रेगूलेशन को कवर करना चाहते हैं, हम प्रबंधन पहलू, वित्तीय पहलू, परियोजना प्रबंधन को कवर करना चाहते हैं, साथ ही नई तकनीक को ग्रहण कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि हम दुनिया में तीसरे नंबर पर हैं और 2030 तक 500 गीगावाट नवीकरणीय क्षमता जोड़ने का हमारा सबसे महत्वाकांक्षी लक्ष्य है। इसके लिए जितना 60-70 सालों में देश के अंदर हुआ है उससे भी कहीं ज्यादा अब हमें आने वाले 6-7 सालों में करना होगा। तीन सप्ताह के फाउंडेशन ट्रेनिंग प्रोग्राम के उद्घाटन समारोह समापन पर प्रधान निदेशक मंजू मॉम ने सभागार में मौजूद सभी अतिथियों और कर्मचारियों का धन्यवाद किया।
यह रहे उपस्थित
इस कार्यक्रम के दौरान फाउंडेशन ट्रेनिंग प्रोग्राम के कॉर्डिनेटर- डायरेक्टर ट्रेनिंग एन आर हल्दर व उनकी टीम डा. महेन्द्र सिंह, डिप्टी डायरेक्टर, राहुल पांडे, असिस्टेंट डायरेक्टर, अनुराग राय, असिस्टेंट डायरेक्टर के साथ ही सीनियर फैकल्टी मेंबर्स डायरेक्टर प्रोजेक्ट डा. एन के श्रीवास्तव, डा. वत्सला शर्मा, डिप्टी डायरेक्टर आदि गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।