दिल्ली-एनसीआर में मनाया गया ईद-उल-अजहा का त्योहार, मस्जिदों में पढ़ी नमाज
दिल्ली-एनसीआर में रविवार को बकरीद यानी ईद-उल-अजहा का त्योहार मनाया गया। मस्जिदों में नमाज पढ़ी गई और मुस्लिम समाज के लोगों ने मुल्क की सलामती की दुआं मांगी।

दिल्ली (हिंदुस्तान तहलका): दिल्ली-एनसीआर में रविवार को बकरीद यानी ईद-उल-अजहा का त्योहार मनाया गया। मस्जिदों में नमाज पढ़ी गई और मुस्लिम समाज के लोगों ने मुल्क की सलामती की दुआं मांगी। दिल्ली से सटे फरीदाबाद के ऊंचा गांव की जामा मस्जिद में इमाम मौलाना जमालुद्दीन की निगरानी में लोगों ने सुबह नमाज अदा की और एक दूसरे को मिलकर बकरीद की शुभकामनाएं दी। इस मौके पर जामा मस्जिद के इमाम जमालुद्दीन ने सभी को भाईचारे के साथ ईद मनाने का संदेश दिया और सभी धर्मों के लोगों की भावनाओं का ख्याल रखने के लिए भी कहा। उन्होंने बताया कि आज ईद-उल-जुहा यानी बकरीद है और इस दिन नमाज अदा करने के अलावा बकरे की कुर्बानी दी जाती है। उन्होंने बताया कि बकरीद की शुरुआत पैगंबर हजरत इब्राहिम ने की थी। उन्होंने ही सबसे पहले कुर्बानी देना शुरू किया था। एक बार अल्लाह ने उनसे सबसे प्यारी चीज कुर्बान करने के लिए कहा था। तब पैगंबर हजरत इब्राहिम ने अपने बेटे की कुर्बानी करने का फैसला लिया था जो उन्हें सबसे प्यारा था और जब अपने बेटे की कुर्बानी देने के लिए क्या रहे थे तो अल्लाह ने खुश होकर उनके बेटे की जगह एक बकरा भेज दिया और तभी से बकरीद के दिन बकरे की कुर्बानी दी जाती है।
मौलाना ने कहा कि आज उन्होंने सिर्फ अपनी कौम के लोगों को ही नहीं बल्कि सभी धर्म के लोगों के नाम किसी भी प्रकार का जुआ सट्टा शराब नशा नहीं करने का संदेश दिया है। और यह सभी चीजें मुस्लिम धर्म के अलावा सभी धर्मों में वर्जित हैं। आपसी भाईचारे का संदेश देते हुए मुलाना ने कहा कि हिंदुस्तान सभी धर्मों के लोगों का एक गुलदस्ता है। ऐसे में सभी भाई चारे के साथ देश की तरक्की के लिए आगे बढ़े। बकरीद के मौके पर जामा मस्जिद बल्लभगढ़ के पदाधिकारियों और नमाजियों ने देशवासियों को बकरीद की शुभकामनाएं दी और कहां की देश में अमन शांति और भाईचारा कायम रहे और देश में जो आजकल चल रहे हालात हैं उसमें बदलाव आए। मस्जिद के पदाधिकारी ने बताया कि मौलाना की तरफ से लोगों को हिदायत दी गई है की आप पड़ोस में सभी वर्गों के साथ मिलकर बकरीद मनाए और ना ही किसी की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाए।