श्रीलंका में बिगड़े हालात पर इमरजेंसी लागू ,पीएम आवास पर बड़ी संख्या में सेना के जवान तैनात

श्रीलंका की राजधानी कोलंबो में इस समय अफरा-तफरी का माहौल है। श्रीलंका इतिहास के सबसे खराब आर्थिक संकट का सामना कर रहा है।

श्रीलंका में बिगड़े हालात पर इमरजेंसी लागू ,पीएम आवास पर बड़ी संख्या में सेना के जवान तैनात

फरीदाबाद (हिंदुस्तान तहलका ) : श्रीलंका की राजधानी कोलंबो में इस समय अफरा-तफरी का माहौल है। श्रीलंका इतिहास के सबसे खराब आर्थिक संकट का सामना कर रहा है। बुधवार से ही जनता बेकाबू है और सड़कों पर उतरी हुई है। लोगों ने राष्ट्रपति आवास के बाद अब प्रधानमंत्री के घर में भी डेरा डाल दिया है। प्रदर्शनकारी प्रधानमंत्री आवास की दीवार पर चढ़ गए हैं। उन्हें रोकने के लिए सुरक्षाकर्मी आंसू गैस के गोले दाग रहे हैं। पीएम आवास पर बड़ी संख्या में सेना के जवानों को तैनात किया गया है। दिनों-दिन हालात बिगड़ते जा रहे हैं। प्रदर्शनकारी, प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघ के आधिकारिक निवास के करीब मौजूद हैं। इन्‍हें हटाने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े हैं। ताजा खबरोंं में देश में इमरजेंसी लगा दी गई है। कोलंबो में बुधवार को 'गोटागोगामा' विरोध प्रदर्शन वाली जगह पर 4 प्रदर्शनकारियों के घायल होने की खबरें हैं। घायल व्‍यक्तियों को कोलंबो के नेशनल हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। इन्‍हें सिर पर चोट लगी है और इनकी हालत गंभीर बताई जा रही है।

बताया जा रहा है कि श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे देश को आर्थिक बदहाली की आग में झोंक कर भाग गए हैं, जिसके बाद देश में इमरजेंसी लगा दी गई है। खबरों के मुताबिक गोटबाया राजपक्षे सैन्य विमान से पड़ोसी देश मालदीव की ओर गए हैं। अधिकारियों के मुताबिक एंटोनोव-32 विमान में सवार चार यात्रियों में 73 वर्षीय नेता, उनकी पत्नी, और एक बॉडीगार्ड भी शामिल थे। वैसे पिछले शुक्रवार से ही गोटबाया गायब थे। राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे को आज इस्तीफा देना था। हालांकि, पहले ही वह मालदीव भाग गए हैं। ऐसे में में उनके इस्तीफे को लेकर संशय बरकरार है। उधर, श्रीलंका की संसद की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि उन्हें अब तक राष्ट्रपति का इस्तीफा नहीं मिला है। उम्मीद है कि वह आज ही अपना इस्तीफा सौंप देंगे।