इंग्लैंड के क्रिकेटर इयोन मॉर्गन ने इंटरनेशनल क्रिकेट से लिया संन्यास
इंग्लैंड को पहली बार वनडे वर्ल्ड कप का खिताब जीतने वाले क्रिकेटर इयोन मॉर्गन ने अंतराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया है।

इंग्लैंड को पहली बार वनडे वर्ल्ड कप का खिताब जीतने वाले क्रिकेटर इयोन मॉर्गन ने अंतराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया है। उनके संन्यास की जानकारी ICC ने ट्विटर पर दी। मोर्गन की कप्तानी में ही इंग्लैंड 2019 में पहली बार वनडे वर्ल्ड कप चैंपियन बना था। 35 वर्षीय मॉर्गन का नाम इंग्लैंड के सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी में शुमार है। मॉर्गन ने ये फैसला टीम इंडिया के खिलाफ सीरीज से ठीक पहले लिया है। 7 जुलाई से इंग्लैंड में वनडे-टी20 की शुरुआत होगी। भारतीय टीम इन दिनों इंग्लैंड दौरे पर है। यहां रोहित शर्मा की कप्तानी में एक टेस्ट, तीन टी20 और तीन वनडे मैचों की सीरीज खेली जाएगी।
दरअसल मॉर्गन की लंबे समय खराब फॉर्म हो रही थी। नीदरलैंड के दौरे पर भी मोर्गन सीरीज के दो मैचों में खाता भी नहीं खोल पाए थे । नीदरलैंड सीरीज से पहले मोर्गन ने मीडिया से बात करते हुए कहा था 'अगर मुझे लगेगा कि मैं अच्छा नहीं कर पा रहा हूं और मैं टीम में योगदान नहीं दे पा रहा हूं, तो मैं इसे खत्म कर दूंगा'। मॉर्गन के सन्यास लेने पर अब ये अटकले लगाई जा रही है कि मोर्गन की जगह जोस बटलर को इंग्लैंड की वनडे और टी-20 टीम की कमान सौंपी जा सकती है।
मॉर्गन ने काफी नाजुक समय में टीम की कमान संभाली थी। वह टीम को फर्श से अर्श तक लेकर गए। उन्हें साल 2015 क्रिकेट विश्व कप में निराशाजनक प्रदर्शन के बाद से सफेद गेंद वाले क्रिकेट में इंग्लैंड क्रिकेट टीम का कप्तान बनाया गया था। इसके बाद वह टीम को अभूतपूर्व ऊंचाइयों पर ले गए। उन्होंने न केवल 2019 में इंग्लैंड को वनडे विश्व कप का खिताब दिलाया, बल्कि उन्हें एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय और टी-20 में नंबर 1 रैंकिंग पर भी ले गए।
मॉर्गन के नेतृत्व में इंग्लैंड की टीम ने तीन बार वनडे क्रिकेट की एक पारी में सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड बनाया। पिछले हफ्ते नीदरलैंड के खिलाफ टीम ने 498/4 का स्कोर खड़ा किया था। वह उस इंग्लैंड की उस टीम का भी हिस्सा थे, जिसने 2010 में टी 20 वर्ल्ड कप में अपना पहला खिताब जीता था। टीम 2016 में फाइनल में पहुंची थी। तब वह टीम के कप्तान थे।
मॉर्गन ने वनडे में 126 बार और टी-20 क्रिकेट में 72 बार इंग्लैंड का नेतृत्व किया। 2009 में इंग्लैंड का रुख करने से पहले उन्होंने आयरलैंड की तरफ से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेला। उन्होंने 340 सीमित ओवरों के अंतरराष्ट्रीय मैचों इंग्लैंड का प्रतिनिधित्व। इंग्लैंड के लिए उन्होंने 2010 से 2012 के बीच 16 टेस्ट खेले। इस दौरान दो शतक बनाए।
मॉर्गन ने इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड की ओर से जारी विज्ञप्ति में कहा, “बहुत सोच विचार करने के बाद, मैं तत्काल प्रभाव से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से अपने संन्यास की घोषणा कर रहा हूं। यह आसान निर्णय नहीं रहा है, लेकिन मेरा मानना है कि मेरे और इंग्लैंड क्रिकेट दोनों के लिए ऐसा करने का सही समय है।”
ईसीबी ने अपने बयान में कहा, “इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) इस बात की पुष्टि करता है कि इंग्लैंड मेंस क्रिकेट के व्हाइट बॉल कप्तान इयोन मॉर्गन ने तत्काल प्रभाव से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया है। इंग्लैंड के साथ अपने 13 साल के अंतरराष्ट्रीय करियर के दौरान 35 वर्षीय खिलाड़ी ने लॉर्ड्स में 2019 में कप्तान के रूप में आईसीसी पुरुष क्रिकेट विश्व कप जीता। पहली बार इंग्लैंड मेंस क्रिकेट टीम चैंपियन बनी थी। वह कैरेबियाई सरजमीं पर 2010 आईसीसी मेंट टी20 वर्ल्ड कप जीतने वाली इंग्लैंड टीम का भी हिस्सा थे।