सरकार ने गेहूं की निर्यात पर लगाई रोक
सरकार ने गेहूं की निर्यात पर लगाई रोक, आखिर क्यों?

दुनिया में इन दिनों खाद्यान संकट है. रूस और यूक्रेन दुनिया के टॉप-5 गेहूं निर्यातक देश रहे हैं, लेकिन युद्ध की वजह से इन देशों में हालात बिगड़े तो भारत और चीन जैसे देशों से गेहूं की मांग बढ़ने लगी. तुर्की जैसे देश भी भारत से गेहूं मांगने लगे. दुनिया में हो रही इस खाद्यान संकट के बीच अब भारत सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. भारत सरकार ने ये कहते हुए गेहूं के निर्यात पर रोक लगा दी कि कीमतें काफी बढ़ रही है इसलिए निर्यात पर रोक लगा रहे है.
लेकिन यहां कई सवाल भी उठते है. देश में जब केंद्र सरकार ने खेती किसानी से जुड़े तीन कानून लागू किये थे तो कहा गया था कि किसान अब मंडी के बाहर भी कहीं भी अपनी फसल बेच पाएगा. किसान को जहां ज्यादा कीमत मिले वहां फसल बेचने की छूट है. परिणाम ये हुआ कि इस बार किसानों ने बड़ी मात्रा मेंगेहूंमंडियों से बाहर बेचा. सरकार पर्याप्तगेहूंखरीद नहीं पाई. तो हालात ये हो गए कि गरीबों को बंटने वाले मुफ्त राशन के लिए भीगेहूंकम पड़ने की खबरे सामने आने लगी. कई राज्यों में फ्री में दिए जाने वाले राशन में भी अगले महीने कुछ कटौती की गई है. ऐसे में सवाल ये है कि केंद्र सरकार नेगेहूंके निर्यात पर जो रोक लगाई है. क्या वो वाकई गरीबों के हितों में लिया गया फैसला है. या हालात वाकई चिंताजनक है |