हिंदुस्तान तहलका / विनोद गुप्ता
चंडीगढ़। हरियाणा साहित्य एवं संस्कृति अकादमी, पंचकूला के सभागार में आज प्रसिद्ध साहित्यकार, यायावर डॉ ओमप्रकाश कादयान का नव प्रकाशित कहानी संग्रह ‘सर्दी की एक रात ‘ तथा लेखिका डॉ सुमन कादयान के दो कविता संग्रह ‘महकता मधुमास’ व ‘कतरा कतरा जिंदगी’ का विमोचन किया गया। इन तीनों पुस्तकों का विमोचन समारोह के मुख्य अतिथि, पंजाब केंद्रीय विश्वविद्यालय, बठिंडा के चांसलर प्रो जगबीर सिंह तथा हरियाणा साहित्य एवं संस्कृति अकादमी के वाइस चेयरमैन डॉ कुलदीप चन्द अग्निहोत्री , संस्कृत प्रकोष्ठ के निदेशक डॉ सीडीएस कौशल ने किया।
इस मौके पर हरचरण सिंह ग्रेवाल, हरियाणा गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के महासचिव डॉ रमणीक सिंह मान, बिजेंद्र कुमार, मनीषा नांदल, प्रोफेसर अरुण शर्मा, डॉ धर्मेंद्र सिंह, धर्मपाल सिंह, बेनीवाल संगीता बेनीवाल, अकादमी के कोऑर्डिनेटर बिजेंद्र कुमार ने किया। कई विश्वविद्यालयों के प्रोफेसर, शोध लेखक, साहित्यकार, साहित्य प्रेमी मौजूद थे। मुख्य अतिथि व चांसलर प्रो जगबीर सिंह ने डॉ ओमप्रकाश कादयान व डॉ सुमन कादयान को पुस्तक प्रकाशन के लिए शुभकामनाएं व बधाइयां दी तथा कहा साहित्यकार अपने लेखन के माध्यम से समाज का मार्गदर्शन करता है। वह जो लिखता है समाज को सही दिशा देने के लिए निस्वार्थ भाव से लिखता है। हरियाणा साहित्य एवं संस्कृति अकादमी के वाइस चेयरमैन डॉ कुलदीप चन्द अग्निहोत्री ने कहा कि अच्छा साहित्य पाठकों को प्रभावित करता है तथा समाज पर सकारात्मक असर डालता है। आज के माहौल में साहित्यकार का दायित्व और अधिक बढ़ जाता है। उन्होंने कहा कि डॉ ओमप्रकाश कादयान व डॉ सुमन कादयान लम्बे समय साहित्य सृजन में व्यस्त हैं। इन्होंने लोक साहित्य व संस्कृति पर भी महत्वपूर्ण कार्य किया है। डॉ ओमप्रकाश कादयान एक घुमक्कड़ प्रवृत्ति के लेखक हैं। उन्होंने देशभर में सौ से अधिक यात्राएं की हैं। डॉ कुलदीप अग्निहोत्री ने दोनों लेखकों को शुभकामनाएं दी।