हिंदुस्तान तहलका / अनीश कौशिक
समालखा – विद्युत निगम हर साल बिजली के तारों और उपकरणों की मरम्मत के नाम पर बड़ी राशि खर्च करने का दावा करता हो, लेकिन धरातल में उनके दावों की पोल खुलती दिखाई दे रही है। शहर की अनाज मंडी क्षेत्रों मे विभागीय कार्य शैली की उदासीनता का यह हाल है कि बिजली के तार व खंभे जर्जर हालत में जमीन से नाममात्र की कुछ दूरी पर लटक रहे हैं। वहीं, निगम गिरे हुए खंभों को भी ठीक करने का नाम नहीं ले रहा है। कहीं यह लापरवाही लोगों के लिए भारी न पड़ जाए।
अनाज मंडी समालखा में धान की खरीद शुरू हो चुकी है और गेहूं का सीजन शुरू होने पर है। अनाज मंडी में सुबह शाम अलग-अलग स्थान से आमजन महिलाएं, बच्चे, युवा, वृद्ध आदि सुबह-शाम सैर-भ्रमण के लिए भी आते हैं। ऐसे में संबधित विभाग के द्वारा घोर लापरवाही बरती जा रही है। संबंधित विभाग किसी बड़े हादसे की बांट जो यह है। अनाज मंडी गेट नम्बर दो पर बिजली निगम की ओर से पर्याप्त आपूर्ति की सुविधाएं के लिए लगाए गए खंभे हादसों को न्योता दे रहे हैं।
आढ़तियों से लेकर किसान, मज़दूरो व आमजन के लिए यह समस्या बनी हुई है। इनका समाधान कराने के लिए मार्किट कमेटी अधिकारी सहित बिजली निगम के अधिकारी भी सुस्त नजर आ रहे हैं। लोगों का भी आरोप है कि संबंधित विभाग इस ओर कोई ध्यान नही दे रहा। उन्हें हर समय कोई बड़ा हादसा होने का भय बना हुआ है। उनकी मांग है कि अधिकारी इनका समाधान कराएं, ताकि कोई जनहानि न हो। मार्केट कमेटी सचिव सविता जैन ने जानकारी देते हुए बताया कि बिजली विभाग को टूटे हुए खम्बे संबंधित समस्या से अवगत करवा दिया गया है। जल्दी समस्या का निवारण कर दिया जाएगा।