राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने छठे मानव रचना उत्कृष्टता पुरस्कार में दिग्गजों को सम्मानित किया

मानव रचना उत्कृष्टता पुरस्कार (MREA 2022) का छठा संस्करण राजीव चंद्रशेखर, राज्य मंत्री - कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, भारत सरकार की उपस्थिति में मानव रचना के परिसर में संपूर्ण हुआ।

राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने छठे मानव रचना उत्कृष्टता पुरस्कार में दिग्गजों को सम्मानित किया

फरीदाबाद, शनिवार, 14 मई, 2022: मानव रचना उत्कृष्टता पुरस्कार (MREA 2022) का छठा संस्करण राजीव चंद्रशेखर, राज्य मंत्री - कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, भारत सरकार की उपस्थिति में मानव रचना के परिसर में संपूर्ण हुआ।

 शिक्षा में उत्कृष्टता को बढ़ावा देने के लिए लगातार काम करने वाले मानव रचना के दूरदर्शी संस्थापक डॉ ओपी भल्ला की समृद्ध विरासत को आगे बढ़ाने के लिए अप्रैल 2017 में मानव रचना उत्कृष्टता पुरस्कार की स्थापना की गई थी।

 MREA 2022 राजीव चंद्रशेखर; डॉ प्रशांत भल्ला - अध्यक्ष, MREI; डॉ अमित भल्ला - उपाध्यक्ष, MREI; डॉ. संजय श्रीवास्तव - एमडी, MREI; डॉ एन सी वाधवा - डीजी, एमआरईआई; लेफ्टिनेंट जनरल डॉ. आर.के. आनंद, डीजी, एमआरआईआईआरएस; डॉ. आई के भट, वीसी, एमआरयू; एच के बत्रा, अध्यक्ष, परफेक्ट ब्रेड्स; और उद्योग के दिग्गजों की उपस्थिति में 13 लोगों को दिया गया।

 डॉ. संजय श्रीवास्तव, एमडी, मानव रचना शिक्षण संस्थान और वीसी, MRIIRS ने मानव रचना उत्कृष्टता पुरस्कार 2022 का अवलोकन किया। उन्होंने हमारे दूरदर्शी संस्थापक का सपना बताते हुए कहा कि ये पुरस्कार हमारे संस्थापक के सपने का प्रमाण हैं और हर साल, इसमें नई श्रेणियां जोड़ी जा रही हैं।

 सभी को बधाई देते हुए, डॉ. प्रशांत भल्ला ने कहा, “मानव रचना प्रतिष्ठित उत्कृष्टता पुरस्कारों की सहायता से हर साल ऐसे चैंपियंस की विनम्रता और विशिष्टता को सलाम करता है। उत्कृष्टता पुरस्कार विभिन्न डोमेन से उपलब्धि हासिल करने वालों की सराहना करने के लिए शुरूकिए गए थे जिन्होंने अपने-अपने क्षेत्रों में क्रांतिकारी परिवर्तन लाए हैं और अपनी एक प्रमुख पहचान बनाई है।

 पुरस्कार विजेताओं को प्रतिष्ठित एमआरईए 2022 प्रदान करने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए  राजीव चंद्रशेखर जी ने कहा, "अगले 25 साल भारत के युवाओं के होंगे और हमारी आर्थिक प्रगति, विस्तार और नवाचार का नेतृत्व युवाओं द्वारा किया जाएगा।" उन्होंने आगे कहा, "राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2022 के बाद अब पूरा ध्यान छात्रों के संदर्भ में न केवल ज्ञान प्राप्त करने पर है, बल्कि योग्यता और कौशल प्राप्त करने पर भी है; बल्कि व्यावसायिक शिक्षा और कौशल को भी अब पाठ्यक्रम में शामिल किया गया है। और इससे हमें वैश्विक क्षेत्र में अपने युवाओं के उत्थान के अपने मिशन में सफल होने में मदद मिलेगी।"

 इसके बाद प्रो. (डॉ.) अमित सेठ, प्रोफेसर, फैकल्टी ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज, एमआरआईआईआरएस और सीएस (डॉ.) मोनिका गोयल, प्रोफेसर, वाणिज्य संकाय, एमआरआईआईआरएस द्वारा लिखित किताब 'रियल लाइफ मैनेजमेंट केस स्टडीज: डेवलप्ड इन फैक्टुअल कन्वर्सेशन विद इंडस्ट्री लीडर्स' का लॉन्च किया गया।