DSP तावडू की हत्या के बाद भी अरावली पर अवैध खनन जारी, खनन के किए जाते हैं रेट फिक्स

पिछले कई वर्षों से अरावली में हो रहे अवैध खनन की आवाज उठा रहे बार एसोसिएशन फरीदाबाद के पूर्व अध्यक्ष एवं न्यायिक सुधार संघर्ष समिति के अध्यक्ष एडवोकेट एलएन पाराशर का दावा है कि हरियाणा के सरकारी सिस्टम पर गंभीर आरोप लगाए हैं।

DSP तावडू की हत्या के बाद भी अरावली पर अवैध खनन जारी, खनन के किए जाते हैं रेट फिक्स

फरीदाबाद (हिंदुस्तान तहलका): पिछले कई वर्षों से अरावली में हो रहे अवैध खनन की आवाज उठा रहे बार एसोसिएशन फरीदाबाद के पूर्व अध्यक्ष एवं न्यायिक सुधार संघर्ष समिति के अध्यक्ष एडवोकेट एलएन पाराशर का दावा है कि हरियाणा के सरकारी सिस्टम पर गंभीर आरोप लगाए हैं। पाराशर ने कहा हरियाणा में सिस्टम की मिलीभगत से अवैध खनन का खेल खुलकर चलता है। अरावली की पहाड़ियों में एक-एक रात की ढील देकर अवैध खनन का रेट फिक्स किया जाता है। पुलिस के साथ मिलकर खनन माफिया अरावली की पहाड़ियों को खोखला कर रहे हैं। भारी मात्रा में यहां से मिट्टी और पत्थर निकालकर बेचे जा रहे हैं। एडवोकेट पाराशर का दावा है कि रात के समय इस इलाके में माफिया सैकड़ों ट्रक मिट्टी और पत्थर निकालकर करोड़ों का खेल कर रहे हैं। यहां के अवैध खनन की तस्वीरें और वीडियो भी उन्होंने जारी किया है। उन्होंने कहा कि वह दो साल तक अरावली का भ्रमण करते रहे और अवैध खनन की शिकायत शासन प्रशासन से करते रहे लेकिन किसी ने ठोस कार्रवाई नहीं की। 

उन्होंने ने आरोप लगाया है कि खनन माफिया पुलिस और खनन विभाग की मिलीभगत से अरावली का चीर हरण कर कर करोड़ों की कमाई कर रहे हैं। लेकिन कोई देखने सुनने वाला नहीं है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल, एवं कैबिनेट मंत्री मूलचंद शर्मा से अपील करते हुए कहा कि खनन माफियाओं के खिलाफ सरकार सख्त कार्रवाई करे। अवैध खनन करवाने में संलिप्त खनन विभाग पुलिसकर्मियों के पर तुरंत कार्रवाई की जाए। अरावली को लूट रहे खनन माफिया ईमानदार अफसरों को खुला चैलेंज देते हैं। जिसकी वजह से एक ईमानदार पुलिस अधिकारी की हत्या कर दी गई। तावडू में अरावली के अवैध खनन को रोकने के लिए गए पुलिस अधिकारी की डंपर चढ़ाकर हत्या कर दी गई थी उसके बाद पूरा पुलिस बल हरकत में आया। लेकिन मंत्री से लेकर मुख्यमंत्री तक इस मामले पर सजग हो गए। सख्त कार्रवाई के आदेश भी दिए गए। उसके बावजूद भी फरीदाबाद के गांव कोट के पास अरावली में अवैध खनन अभी भी जारी है। जिसका खुलासा बरसों से अरावली की आवाज बनकर लड़ रहे एडवोकेट एलएन पाराशर ने किया है।