हिंदुस्तान तहलका / सोनम सिंह
फरीदाबाद – सेक्टर-21बी स्थित जीवा पब्लिक स्कूल (Jeeva Public School) का श्रेष्ठ आईसीएसई बोर्ड स्कूल (icse board school) है। जहां बोर्ड ऑफ काऊंसिल की ओर से आठवीं कक्षा के बाद नौवीं कक्षा से ही छात्रों के लिए वाणिज्य एवं विज्ञान विषय के चुनाव का अवसर मिलता है। इसलिए विद्यालय में शनिवार आज आठवीं कक्षा के छात्रों एवं अभिभावकों के लिए परीक्षा परिणाम के साथ-साथ ओरिएंटेशन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसका मुख्य उद्देश्य छात्रों की प्रकृति के अनुसार कैरियर एवं शाखा विषय- के चुनाव के लिए प्रेरित करना है।
जिससे कि वे एक उचित विकल्प का चुनाव कर सकें और आने वाली आगे की कक्षा में वे अच्छा प्रदर्शन कर सकें तथा अपने भविष्य का सफल निर्माण कर सकें। सर्वप्रथम दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। इस कार्यक्रम के माध्यम से अभिभावकों एवं छात्र दोनों को जागरूक किया गया किए बच्चे के उज्ज्वल भविष्य के लिए क्या सही है व क्या सही नहीं है।
इस अवसर पर छात्रों के मल्टीपल इंटेलिजेंस एवं नेचर प्रवृत्तिद्ध को विशेष रूप से ध्यान में रखकर केन्द्रित किया गया। जिससे कि वे उचित दिशा निर्देश को पाकर अपने भविष्य को उज्जवल बना सकें। कार्यक्रम के दौरान स्कूल की अध्यापिकाओं ने छात्रों को विषय चुनने में सहायता की तथा उनकी शंकाओं एवं प्रश्नों का भी संतोषजनक समाधान किया। छात्रों एवं अभिभावकों को यही समझाया गया कि वे अपनी क्षमता एवं प्रकृति को ध्यान में रखकर ही विभाग का चुनाव करें।
इस दौरान विद्यालय की वाणिज्य विभाग की एचओडी रश्मि भाटिया एवं विज्ञान विभाग की एचओडी मंजू रानी ने अभिभावकों को आईसीएसई के पाठ्यक्रम के विषय में बताया। एक पीपीटी प्रेजेंटेशन के माध्यम से पाठ्यक्रम का विस्तारपूर्वक विश्लेषण किया। इस कार्यक्रम में सभी विषयों का विश्लेषण किया गया व सभी अभिभावकों को कैरियर संबंधी विस्तृत जानकारी दी।
विद्यालय के हेड ऑफ स्पेशल प्रोग्राम एंड ट्रेनिंग जयवीर ने इस अवसर पर अभिभावकों से कहा कि अभिभावक अपने बच्चे की क्षमता को पहचानें और क्षमता के अनुसार ही उन्हें अवसर दें। क्षमता के अभाव में किया गया कार्य पूर्ण सफलता नहीं दिला पाता है। इसके साथ ही उन्होंने विद्यालय में सिखाएं जाने वाले सिद्धांतों के विषय में भी बताया एवं यह भी बताया कि विद्यालय में पाठ्यक्रम की शिक्षा के साथ साथ छात्रों के चरित्र निर्माण के विषय में भी विशेष ध्यान दिया जाता है जो आज के समय में बहुत आवश्यक है। विद्यालय की प्रधानाचार्या मीनाक्षी चैटर्जी ने भी छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि जीवन में किसी भी विषय का चयन करते समय हमें बहुत सोच समझ कर ही चयन करना चाहिए। यह भविष्य के लिए भी बहुत आवश्यक है।
विद्यालय के अध्यक्ष ऋषिपाल चौहान ने भी विद्यालय के मुख्य सिद्धांतों पर चर्चा की एवं बताया कि विद्यालय में छात्रों को एसओईए स्वाध्याय एवं दिनचर्या के नियमों को मुख्य रूप से सिखाया जाता है। ये सिद्धांत छात्रों को जीवन में संतुलन बनाए रखना सिखातें है। इसके साथ साथ उन्होंने यह भी बताया कि जब बच्चे विषयों का चुनाव करते हैं तो उस समय उन्हें अपनी क्षमताए प्रवृत्ति एवं प्रकृति का अवश्य ध्यान रखना चाहिए। उन्होंने अभिभावकों को यह कहा कि वे अपने बच्चों को सीखने के लिए भेजे ताकि बच्चा अधिक से अधिक सीखें। विद्यालय की उपाध्यक्षा चंद्रलता चौहान भी इस आयोजन में उपस्थित रहीं और उन्होंने भी छात्रों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की।